बलरामपुर। जिले के राजपुर वन परिक्षेत्र के ग्राम पंचायत नरसिंहपुर में गन्ने के खेत में अवैध रूप से बिछाए गए करंट की चपेट में आने से एक नर हाथी की मौत हो गई है। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने जांच शुरू कर दी है। मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
प्रतापपुर रेंज का मामला
दरअसल, प्रतापपुर रेंज से कल 28 हाथियों का दल नरसिंहपुर की तरफ पहुंचा हुआ था। हाथियों ने पहले एक घर को तोड़ा उसके बाद गन्ने की फसल की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान एक हाथी करंट की चपेट में आ गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
एक आरोपी गिरफ्तार
मृतक हाथी की उम्र लगभग 8 से 10 साल बताई जा रही है। आरोपी ने अपने गन्ने की फसल को बचाने के लिए काफी दूर से करंट की सप्लाई करते हुए खेत के चारों ओर उसे बिछाया था। इस घटना के बाद वन विभाग के सभी आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और डीएफओ के सामने हाथी का पीएम किया गया।
इसके बाद हाथी को दफनाया दिया गया है। इस पूरे मामले में करंट बिछाने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को कोर्ट में पेश करने की तैयारी की जा रही है।
तीन साल में 14 हाथियों की करंट से मौत
छत्तीसगढ़ में हाथी मानव द्वंद्व में तीन साल में 55 हाथियों की मौत हुई है। इनमें 14 की मौत करंट से हुई है। छह हाथियों की मौत शिकारियों द्वारा लगाए गए बिजली करंट से हुई है। वहीं तीन साल में हाथी मानव द्वंद्व से जान माल की हानि के 58581 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। इसमें कुल 53.43 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया गया है।
पत्थलगांव में हाथियों का उत्पात जारी
पत्थलगांव परिक्षेत्र के गांवों में हाथियों के आंतक से ग्रामीण परेशान हैं। मंगलवार की रात ग्राम पंचायत फरसाटोली के आश्रित ग्राम बनटोला में तीन हाथियों का दल आधी रात पहुंच गया। हाथियों के पहुंचते ही गांव में अफरा-तफरी मच गई। हाथियों ने दो घरों को तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया।
वनपरिक्षेत्र के रेंजर कृपा सिंधु पैकरा ने बताया कि मंगलवार की रात करीब 12 बजे तपकरा के जंगल से तीन हाथियों का दल बनटोला में पहुंचा। इस दौरान ग्रामीण नंदलाल उरांव अपनी पत्नी किशोरी(30), बेटे निर्मल(6) व अनुज(4) के साथ घर में सोए हुए थे।
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