नई दिल्ली। कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने शनिवार को फैसला किया कि अगले साल 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच पार्टी अध्यक्ष का चुनाव कराया जाएगा। इसके साथ ही, यह निर्णय भी लिया गया कि संगठनात्मक चुनावों के मद्देनजर आगामी एक नवंबर से कांग्रेस सदस्यता अभियान चलाएगी, जो अगले साल 31 मार्च तक चलेगा। इसके बाद 15 अप्रैल तक सभी सदस्यों और चुनावों के दावेदारों की सूची जिला कांग्रेस कमेटियों की ओर से प्रकाशित की जाएगी। सोलह अप्रैल से 31 मई के बीच ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों एवं बूथ समितियों के अध्यक्षों का चुनाव होगा।
कांग्रेस की ओर से संगठनात्मक चुनाव के घोषित कार्यक्रम के मुताबिक, अगले साल एक जून से 20 जुलाई के बीच जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों, कोषाध्यक्षों, उपाध्यक्षों और कार्यकारी समिति का चुनाव कराया जाएगा। इसके साथ ही 2022 में 31 जुलाई से 20 अगस्त के बीच प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के अध्यक्षों, उपाध्यक्षों, कोषाध्यक्ष और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्यों का चुनाव संपन्न होगा। इसके बाद 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच कांग्रेस के नये अध्यक्ष का चुनाव होगा। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी और कई अन्य नेता शामिल थे।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में गहलोत समेत कई नेताओं ने राहुल गांधी से पार्टी की कमान एक बार फिर संभालने का आग्रह किया, जिसपर उन्होंने सभी नेताओं का आभार प्रकट किया। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अस्वस्थ होने के कारण और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह कुछ निजी कारण से इस बैठक में शामिल नहीं हो सके। कांग्रेस के ‘जी 23’ समूह के नेताओं की ओर से पार्टी के भीतर संवाद की मांग किए जाने और हाल के महीनों में कई नेताओं के पार्टी छोड़ने की पृष्ठभूमि में यह बैठक हुई।
पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल ने सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाने की मांग की थी। आजाद ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि पार्टी से जुड़े मामलों पर चर्चा के लिए कांग्रेस कार्य समिति की तत्काल बैठक बुलाई जाए। सिब्बल ने भी पार्टी की पंजाब इकाई में मचे घमासान के बीच पिछले दिनों पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि कांग्रेस कार्य समिति की बैठक बुलाकर इस स्थिति पर चर्चा होनी चाहिए तथा संगठनात्मक चुनाव कराए जाने चाहिए।
सीडब्ल्यूसी की बैठक ऐसे समय में हुई जब सुष्मिता देव, जितिन प्रसाद, लुईजिन्हो फालेरियो और कई अन्य वरिष्ठ नेता पिछले कुछ महीनों में कांग्रेस छोड़कर दूसरे दलों में शामिल हो गए हैं। कांग्रेस कार्य समिति की बैठक इस मायने में भी अहम थी कि पार्टी अध्यक्ष का चुनाव लंबे समय से लंबित है। कुछ महीने पहले कोरोना वायरस महामारी के कारण अध्यक्ष के चुनाव को स्थगित कर दिया गया था, जो पहले जून महीने में प्रस्तावित था।