धार। मध्य प्रदेश के धार शहर में पैगंबर मुहम्मद के जन्मदिन मिलाद-उन-नबी के मौके पर मंगलवार को निकाले गए जुलूस के दौरान कथित तौर पर निर्धारित अनुमन्य मार्ग का उल्लंघन करने के लिए कुछ उपद्रवी तत्वों के खिलाफ पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि मार्ग को लेकर विवाद के बाद लोगों को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया गया हालांकि पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज करने से इनकार किया है। जिला पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने पत्रकारों से कहा, ‘‘लाठीचार्ज की कोई घटना नहीं हुई।
मिलाद-उन-नबी जुलूस के लिए एक मार्ग तय किया गया था लेकिन कुछ विघटनकारी लोग जुलूस में शामिल हो गए और जुलूस को पारंपरिक मार्ग से ही ले जाने पर जोर दिया। ऐसे लोगों जबरन बाहर निकाला गया और बाद में शांतिपूर्ण तरीके से जुलूस निकाला गया।’’ अधिकारी ने कहा कि घटना के लिए जिम्मेदार उपद्रवी तत्वों की पहचान की जाएगी और जांच के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जुलूस गुलमोहर कॉलोनी से शुरू हुआ और शहर के अन्य क्षेत्रों से गुजरते हुए उसी स्थान पर लौटने वाला था। उन्होंने कहा कि जुलूस जब ओल्ड नगर पालिका पहुंचा तब वह मोहन टॉकीज की ओर मुड़ गया। इस पर पुलिस और जुलूस में शामिल कुछ लोगों के बीच विवाद हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि भीड़ में से कुछ लोगों के सड़क पर बैठने के बाद पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए कुछ देर तक लाठीचार्ज किया। बाद में जुलूस हटवाड़ा, राजवाड़ा से निकाला गया और अंत में मुरादपुरा में समाप्त हुआ।