Kumbh me Surya Gochar 2024: 15 जनवरी को मकर राशि (Makar Rashi) में प्रवेश किए सूर्य ने मंगलवार 13 फरवरी को राशि परिवर्तन कर लिया है। जिसके बाद सूर्य कुंभ राशि (Kumbh Rashi) में प्रवेश कर गए हैं। ज्योतिषाचार्य के अनुसार अष्टम भाव के सूर्य से चार राशि के जातकों को विशेष सावधान रहने की जरुरत है।
सूर्य गोचर से ये रहें सावधान
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार सूर्य का कुंभ राशि में प्रवेश (Surya ka Kumbh Rashi me Gochar) राशि चक्र की 12 राशियों में से तीन राशियों के लिए कष्टकारी हो सकता है। इसमें वृश्चिक (Virshchik), मेष (Mesh) और कर्क (Kark) राशियां शामिल हैं। तो वहीं बाकी राशियों के लिए इसका सामान्य असर रहेगा।
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बढ़ेगा शारीरिक कष्ट
कुंभ में सूर्य का गोचर होने पर मेष (Mesh) , वृश्चिक (Vrishchik) और कर्क (Kark) राशि के जातकों को शारीरिक कष्ट झोलना पड़ सकता है। इस अवसर पर उन्हें रक्तजनित बीमारियां घेर सकती हैं। तो वहीं कोर्ट कचहरी के कार्यों में भी आपको रुकावट आ सकती है।
सूर्य के उपाय
जिन जातकों को सूर्य कष्टकारी है। उन्हें सूर्य के उपाय (Surya ke Upay) करने से लाभ होगा।
रविवार के दिन लाल रंग की वस्तुओं (Lal Cheezon ka Daan) का दान करें।
लाल दाल, सेव फल आदि गरीबों में बांटने से लाभ होगा।
इस भाव में होने पर कष्टकारी होता है ग्रह
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार जब कोई भी ग्रह राशि परिवर्तन करता है तो वह चौथे, आठवें और बारहवें भाव वाली राशियों के लिए कष्टकारी होता है।इसलिए सूर्य का कुंभ में गोचर, चौथे भाव वाले यानि वृश्चिक राशि, आठवें भाव वाले यानि कर्क और 12 वें भाव यानी मेष राशि वालों को कष्टकारी रहेगा। इन जातकों को सूर्य के उपाय (Surya ke Upay) करने से लाभ होगा।
हर 30 दिन में होता है सूर्य का गोचर
सूर्य हर 30 से 31 दिन में हर राशि में प्रवेश करता है। ऐसे साल के 12 महीनों में ये 12 राशियों में गोचर करता है। हर महीने की एक राशि होती है। सूर्य जिस राशि में प्रवेश करता है। उस राशि के नाम पर संक्रांति कहलाती है। जैसे जब सूर्य मकर में प्रवेश करत है तो उसे मकर संक्रांति कहते हैं। ऐसे ही 13 फरवरी को सूर्य ने कुंभ राशि में प्रवेश किया है। इसलिए इसे कुंभ संक्रांति (Kumbh Sankratni) कहा जाता है।
ऐसे जानें कि गोचर शुभ रहेगा या अशुभ
कोई भी ग्रह जब राशि परिवर्तन करता है तो वह हमेशा, चौथे, आठवें और बारहवे भाव वाली राशियों को कष्टकारी होता है। इसे ऐसे आसानी से समझा जा सकता है कि आपकी जो राशि है उस राशि से जो ग्रह जिस राशि में प्रवेश किया है वह किस नंबर पर आ रही है। मान लीजिए आपकी राशि कन्या है और सूर्य ने कुंभ में प्रवेश किया है तो कन्या से कुंभ का नंबर पांचवे नंबर आता है तो इसका मतलब कन्या राशि वालों को इसका अशुभ प्रभाव नहीं पड़ेगा।