NEET Paper Leak: NTA की परीक्षाओं में हुई गड़बड़ियों को रोकने और पारदर्शिता के लिए 7 सदस्यीय हाई लेवल कमेटी बनाई गई है। ISRO के पूर्व चेयरमैन और IIT कानपुर के पूर्व डायरेक्टर के. राधाकृष्णन को कमेटी का चीफ बनाया गया है। ये कमेटी 2 महीने में शिक्षा मंत्रालय को रिपोर्ट देगी।
शिक्षा मंत्रालय को सुझाव देगी कमेटी
NEET परीक्षा विवाद पर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 20 जून को इसकी घोषणा की थी। शिक्षा मंत्री ने कहा था कि ये कमेटी NTA के स्ट्रक्चर, फंक्शनिंग, एग्जाम प्रोसेस, ट्रांसपेरेंसी, ट्रांसफर डेटा और सिक्योरिटी प्रोटोकॉल को इम्प्रूव करने के लिए शिक्षा मंत्रालय को सुझाव देगी।
7 सदस्यीय कमेटी
- डॉ. के. राधाकृष्णन, चेयरमैन, पूर्व ISRO चीफ
- डॉ. रणदीप गुलेरिया, एम्स दिल्ली के पूर्व निदेशक
- प्रो. बी जे राव, केंद्रीय विश्वविद्यालय हैदराबाद के कुलपति
- प्रो. राममूर्ति के, रिटायर्ड प्रोफेसर आईआईटी मद्रास
- पंकज बंसल, सह-संस्थापक, पीपल स्ट्रॉन्ग और बोर्ड सदस्य, कर्मयोगी भारत
- प्रो. आदित्य मित्तल, डीन स्टूडेंट अफेयर्स, आईआईटी दिल्ली
- गोविंद जायसवाल, संयुक्त सचिव, शिक्षा मंत्रालय
NTA में सुधार के लिए पहला कदम
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर लिखा कि ट्रांसपेरेंसी, टेंपर-फ्री और जीरो-एरर एग्जाम कराना एक प्रतिबद्धता है। एक्सपर्ट्स की हाईलेवल कमेटी का गठन परीक्षा प्रक्रिया की दक्षता में सुधार, सभी संभावित कदाचारों को समाप्त करने, डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल को मजबूत करने और एनटीए में सुधार करने के लिए उठाए गए कदमों की सीरीज में पहला कदम है। छात्र हित और उनका उज्ज्वल भविष्य हमेशा हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी।
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शिक्षा मंत्री ने माना- NTA में सुधार की जरूरत
NEET-UGC NET को लेकर देशभर में मचे हंगामे के बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने माना था कि NTA में सुधार की जरूरत है। उन्होंने हाई लेवल कमेटी बनाने की जानकारी दी थी। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी थी। शिक्षा मंत्री ने कहा था कि सरकार जीरो एरर परीक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार जांच के लिए एक हाई लेवल कमेटी गठित करने जा रही है, जो NTA पर सिफारिश देगी। छात्रों का हित हमारी प्राथमिकता है। इसमें कोई समझौता नहीं होगा। सरकार किसी गुनहगार को नहीं छोड़ेगी।
7 साल पहले बनी थी NTA
2017 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के गठन का ऐलान किया था। NTA का काम देश के उच्च शिक्षण संस्थानों में एडमिशन और स्कॉलरशिप के लिए क्वालिटी टेस्टिंग सर्विस देना यानी एग्जाम कराना है।