नई दिल्ली। वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली ED Notice To Flipkart फ्लिपकार्ट ने बृहस्पतिवार को कहा कि, कंपनी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) नियमों सहित भारतीय कानूनों का अनुपालन करती है और फेमा के कथित उल्लंघन को लेकर भेजे गए नोटिस पर प्रवर्तन निदेशालय के साथ सहयोग करेगी।
आधिकारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को कहा कि, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ED Notice To Flipkart ने फ्लिपकार्ट और उसके प्रवर्तकों को विदेशी मुद्रा कानून के कथित उल्लंघन के लिए 10,600 करोड़ रुपये का कारण बताओ नोटिस जारी किया है।संपर्क करने पर फ्लिपकार्ट ने कहा कि, वह एफडीआई नियमों सहित भारतीय कानूनों और विनियमों का अनुपालन करती है।
ई-कॉमर्स कंपनी ने कहा, ‘अधिकारी अपने नोटिस के अनुसार 2009-2015 की अवधि से संबंधित इस मामले की जांच करेंगे और इसमें हम उनके साथ सहयोग करेंगे।’ कंपनी के संस्थापकों से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। सूत्रों के अनुसार, विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) ED Notice To Flipkart की विभिन्न धाराओं के तहत पिछले महीने कुल 10 लोगों को नोटिस जारी किया गया था, जिनमें फ्लिपकार्ट, उसके संस्थापक सचिन बंसल और बिन्नी बंसल शामिल हैं।
सूत्रों ने कहा कि, जांच पूरी होने के बाद नोटिस जारी किया गया और कंपनी पर लगे आरोपों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) ED Notice To Flipkart नियमों का उल्लंघन और बहु-ब्रांड खुदरा को विनियमित करना शामिल हैं। उन्होंने कहा कि वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली कंपनी और उसके अधिकारी अब न्यायिक फैसले का सामना करेंगे। एजेंसी के चेन्नई स्थित एक विशेष निदेशक-रैंक के अधिकारी इस कार्यवाही का संचालन करेंगे।