Eczema Symptoms: बच्चों को कई तकलीफें होती है और कई बार हम उन्हें होने वाली समस्याओं को समझ नहीं पाते कि आखिक उन्हें क्या हो रहा है। लेकिन हमें बच्चों के शरीर में होने वाले बदलावों को समझने की जरूरत होती है कि कहीं ये किसी बीमारी की तरफ इशारा तो नहीं कर रहे हैं? जैसे बच्चों के शरीर पर अक्सर फुंसियां हो जाती हैं, खासकर गर्मियों के दिनों में, इन फुंसिंयों को कई बार हम नजरअंदाज कर देते नार्मल घमोरियां और मैसम में बदलाव के कारण समझकर।
लेकिन अगर ये फुंसियां लंबे समय तक बच्चे के शरीर पर बनी रहती हैं तो इन्हें भूलकर भी नज़रअंदाज (Ignore) नहीं करना चाहिए क्योंकि ये एक्ज़िमा (Eczema) भी हो सकता है। एक निजी वेबसाइट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक आइए जानते हैं बच्चों को एक्जिमा होने की वजह और पहचान-
एक्जिमा होने की होती है कई वजह
बच्चों को कई वजहों से एक्जिमा हो सकता है। जैसे बच्चों की स्किन पर कैमिकल बेस्ड क्रीम-पाउडर, लोशन या फिर अन्य साबुन (Baby soap) के इस्तेमाल से रिएक्शन हो जाता है। वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन होना, धूल-मिट्टी और गंदगी के कारण भी बच्चों की त्वचा को नुकसान पहुंचता है। इसके साथ ही सिंखेटिक कपड़े पहनने की वजह से भी एक्जिमा की दिक्कत हो सकती है।
कैसे करें एक्जिमा की पहचान?
अगर बच्चे के गाल, कोहनी, घुटने के पीछे के हिस्से पर लाल चकत्ते दिख रहे हों या फिर एड़ियों, गर्दन और कलाई में बार-बार रैशेज हो रहे हैं तो समझ लें कि ये एक्जिमा के लक्षण हैं। इसके अलावा फुंसी में पस और खून आ रहा हो, फुंसी और रैशेज वाली जगह पर सूजन दिख रही हो और ये शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल रहा होतो औपको इस बात को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत ही डॉक्टर्स से संपर्क करना चाहिए।
रखें ये सावधानियां-
अपने बच्चे को डॉक्टर को दिखाने के बाद उनकी सलाह पर ही अमल करें, लेकिन अगर आप डॉक्टर के पास नहीं ले जा पा रहे हैं तो खुद से ही कुछ सावधानी बरतें, आइए जानते हैं किन बातों का रखें ध्यान।
– उनमें बच्चे को बिना साबुन के नहलाएं।
– शरीर पर शैम्पू और तेल जैसी चीज न लगाएं।
– कॉटन टॉवल से हल्के हाथों से शरीर को सुखाएं, शरीर पर कोई लोशन, क्रीम और पाउडर जैसी चीज़ भी न लगाएं।
– बच्चे को कॉटन के ढीले कपड़े पहनाएं।
– बच्चे के नाखूनों को काटते रहें, उसके खिलौनों को धोते और साफ़ करते रहें।
– बिस्तर मुलायम और सूखा रखें।