World Chocolate Day: दुनियाभर में आज ही के दिन यानी कि 7 जुलाई को वर्ल्ड चॉकलेट डे (World Chocolate Day) मनाया जाता है। चॉकलेट हर किसी को पसंद होती है, चॉकलेट डे बनाने के पीछे की वजह हैं कि इससे रिश्तों में मिठास घुली रहती है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि चॉकलेट का इतिहास क्या है। इस दिन की शुरुआत कब और कैसे हुई थी।
विश्व चॉकलेट दिवस (World Chocolate Day) की शुरुआत 7 जुलाई 2009 में हुई थी। यह दिन विशेष रूप से चॉकलेट के प्रति प्यार और उसके अद्भुत स्वाद को मनाने के लिए मनाया जाता है। इस दिन लोग चॉकलेट से बने विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का आनंद लेते हैं और अपने प्रियजनों को चॉकलेट उपहार के रूप में देते हैं।
इस दिन (World Chocolate Day) कैंडी स्टोर्स और सप्लायर अपनी बेहतरीन चॉकलेट हर उम्र के लोगों को ऑफर करते थे।
कब अस्तित्व में आई चॉकलेट?
बता दें कि चॉकलेट का इतिहास (World Chocolate Day) करीब 4 हजार साल पुराना है। बताया जाता है कि चॉकलेट का इतिहास प्राचीन मेसोअमेरिका से जुड़ा है, जो कि मेक्सिको के नाम से जाना जाता है। दरअसल, यहां पर सबसे पहले कोको के पौधे मिले थे।
ओल्मेक्स सभ्यता के लोगों ने कोको का इस्तेमाल किया था। इस समुदाय के लोगों ने ही कोको को चॉकलेट का रूप दिया था। आपको बता दें कि पहले चॉकलेट का यूज दवा के रूप में किया गया था।
जानकारी के मुताबिक ओल्मेक्स एक अनुष्ठान के लिए ड्रिंक तैयार कर रहे थे, उसी समय उन्होंने कोको का इस्तेमाल किया था।
Celebrating World Chocolate's Day With Strangers! #worldchocolateday #chocolateday #darkchocolate #sweetchocolate pic.twitter.com/brTETknz1U
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) July 7, 2024
कैसे बनती है चॉकलेट?
कोको के पेड़ों के फल से चॉकलेट बनाई जाती है, जो कि मध्य और दक्षिण अमेरिका में पाया जाता है। इस पेड़ के फलों को फली कहा जाता है, जिसमें 40 कोको बीन्स पाए जाते हैं।
कोको बीन्स बनाने के लिए पहले बीन्स को सुखाया जाता है, फिर भूना जाता है।
पहले तीखा था चॉकलेट का स्वाद
आज के समय में अगर कुछ मीठा खाने का ख्याल आता है, तो सबसे पहले चॉकलेट (World Chocolate Day) याद आती है। मीठे स्वाद वाली चॉकलेट एक समय पर काफी तीखी हुआ करती थी।
दरअसल, अमेरिका के लोग कोको बीजों को पीसकर इसमें कुछ मसाले और मिर्च मिला देते थे, जिससे चॉकलेट का स्वाद तीखा हो जाता था।
कैसे आई मीठी चॉकलेट?
धीरे-धीरे चॉकलेट (World Chocolate Day) का स्वाद बदलने लगा। साल 1828 डच केमिस्ट कॉनराड जोहान्स वान हॉटन ने कोको प्रेस का आविष्कार किया था। उन्होंने मशीन से कोको बीज से कोको बटर को अलग कर दिया था।
उसके कई सालों बाद साल 1848 में ब्रिटिश चॉकलेट कंपनी जे.एस फ्राई एंड संस ने पहली बार कोको लिकर में कोको बटर और चीनी मिलाकर मीठी चॉकलेट तैयार की थी।
कई सालों तक चॉकलेट (World Chocolate Day) का स्वाद तीखा ही रहा, उसके बाद एक नई चॉकलेट अस्तित्व में आई। इसका नाम कैडबरी मिल्क चॉकलेट (Cadburry Milk Chocolate) रखा गया, जो स्वाद में मीठी थी। हालांकि, आज के समय में कई तरह की चॉकलेट मार्केट में आ गई हैं।
दुनिया की सबसे महंगी चॉकलेट
दुनिया की सबसे मंहगी चॉकलेट इक्वाडोर की To’ak Chocolate है। इसकी कीमत 57,100 है। वॉल स्ट्रीट के एक पूर्व व्यापारी जेरी टोथ ने इक्वाडोर के बेहतरीन कोको बीन्स की खोज करते हुए टोआक की स्थापना की।