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Dustbin Unlock Button: आखिर में सुलझ ही गया 'अनलॉक' और 'डाउनलोड' बटन्स के पीछे का रहस्य, जाने कैसे

हाल ही में, स्मार्ट लॉक स्क्रीन प्लेटफॉर्म, ग्लांस (Glance) ने सोशल मीडिया चैनल्स पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिससे आखिरकार इस रहस्य से पर्दा उठ गया है।

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Bansal News
Dustbin Unlock Button: आखिर में सुलझ ही गया 'अनलॉक' और 'डाउनलोड' बटन्स के पीछे का रहस्य, जाने कैसे

इंदौर: देश भर में बीते कुछ दिनों से कूड़ेदानों में 'अनलॉक, 'डाउनलोड' और 'सर्च' लेबल वाले बड़े-बड़े बटन्स रखे हुए देखे जा रहे थे, जिसका रहस्य दिन-ब-दिन गहराता जा रहा था। हाल ही में, स्मार्ट लॉक स्क्रीन प्लेटफॉर्म, ग्लांस (Glance) ने सोशल मीडिया चैनल्स पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिससे आखिरकार इस रहस्य से पर्दा उठ गया है।

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ग्लांस ने वीडियो पोस्ट कर दी जानकारी

अपनी स्मार्ट लॉक स्क्रीन के लिए ग्लांस ने हाल ही में सोशल मीडिया चैनल्स पर पोस्ट किए गए इस वीडियो में कुछ लोगों की तस्वीरें और वीडियोज़ दिखाए हैं, जिसमें वे इन बटन्स को डंप करते हुए नज़र आ रहे हैं। यह वीडियो दर्शाता है कि अब यूज़र्स को इंटरनेट पर विभिन्न कॉन्टेंट को एक्सेस करने के लिए अपने फोन को अनलॉक करने और उसे सर्च व डाउनलोड करने की आवश्यकता नहीं है।

बेंगलुरु स्थित इस यूनिकॉर्न स्टार्ट-अप कंपनी ने वीडियो के साथ ट्विटर पर पोस्ट करते हुए कहा, "अपनी ग्लांस स्मार्ट लॉक स्क्रीन पर लेटेस्ट ट्रेंड्स और स्पोर्ट्स अपडेट्स से लेकर 500 से अधिक गेम्स और फैशन की खरीदारी तक अपनी पसंद की हर एक चीज़ प्राप्त करें।"

जानें शहरों के किन इलाकों में रखें डस्टबिन

पिछले हफ्ते, इंदौर शहर के विभिन्न कूड़ेदानों में 'सर्च', 'अनलॉक' और 'डाउनलोड' लेबल वाले बड़े-बड़े बटन्स पाए गए थे, जिससे लगभग सभी लोग अनजान थे। ये बटन्स पलासिया, प्रेस क्लब के पास राज मोहल्ला सर्कल और विजय नगर स्क्वैयर जैसे प्रमुख स्थानों पर देखे गए थे। हैरानी की बात यह है कि ये बटन्स सिर्फ इंदौर तक ही सीमित नहीं थे, बल्कि इन्हें बेंगलुरु, दिल्ली, पुणे, चेन्नई और देश भर के कई अन्य शहरों और कस्बों में भी देखा गया था।

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इस रहस्य ने जैसे देश भर में व्यापक जिज्ञासा की लहर छोड़ दी, जिसके बाद बड़ी तादाद में लोगों को सोशल मीडिया पर चर्चा करते और इसके उपयोग पर अपने विचार व्यक्त करते हुए देखा गया। हजारों लोगों ने ट्विटर पर इन तस्वीरों को पोस्ट किया और हैशटैग #mysterybuttons और #buttonsdiscovered के साथ डिजिटल डिटॉक्सिफिकेशन और डिजिटल प्रगति जैसे विषयों पर खूब चर्चा की।

स्मार्ट लॉक स्क्रीन की व्यवस्था की

अमरीश कुमार ने ट्वीट करते हुए कहा, "पिछले हफ्ते जब मैंने भारत के सबसे स्वच्छ शहर #इंदौर में देखा कि 'डाउनलोड', 'सर्च' और 'अनलॉक' नाम के बड़े-बड़े बटन्स कचरे के समान पड़े हैं, तो यह देखकर मैं बहुत हैरान था... मैंने खूब अंदाजा लगाया, लेकिन आज पता चला कि यह पहल @glancescreen स्मार्ट लॉक स्क्रीन द्वारा की गई थी, जिसमें वे लोगों को इन फंक्शन्स को डिस्कार्ड करने की वजह बताना चाह रहे थे।"

कहां की कंपनी है ग्लांस

ग्लांस एक यूनिकॉर्न (100 करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक के मूल्यांकन वाला स्टार्ट-अप) टेक्नोलॉजी कंपनी है, जो कि बेंगलुरु में स्थित है। ग्लांस को अपने स्मार्ट लॉक स्क्रीन प्लेटफॉर्म के लिए विशेष पहचान प्राप्त है, जो देश के अधिकांश प्रमुख एंड्रॉइड स्मार्टफोन ब्रांड्स में उपलब्ध है। वर्तमान समय में ग्लांस लॉक स्क्रीन का पूरे भारत और दक्षिण पूर्व एशिया में 45 करोड़ से अधिक स्थापित यूज़र आधार है। कंपनी का लक्ष्य संयुक्त राज्य अमेरिका सहित कई अन्य क्षेत्रों में भी अपनी पहुँच स्थापित करना है।

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जानें क्या कहते है ग्लांस के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर

#SimplySmart के साथ एक लिंक्डइन पोस्ट पर ग्लांस के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर विकास चौधरी ने कहा, "मनुष्य की आत्मा अदम्य है, जिसे आप कभी दबा नहीं सकते और जो हमेशा कुछ नया करने के लिए उत्सुक रहती है। हमारे स्मार्टफोन्स इस अभूतपूर्व खोज में, हमें आगे बढ़ने, काम पूरा करने और नए विचारों को जगाने में मदद करने के लिए, हमारे भरोसेमंद साथी की तरह थे। लेकिन इस भागती दौड़ती दुनिया में, हमारे पास जानकारियों का भंडार लगातार आता रहता है।

हालांकि जानकारियों को सर्च करना, ऐप्स डाउनलोड करना, ऐप्स के बीच स्विच करना और फ़ीड के जरिए स्क्रॉल करना, कई बार हमें थका देता है। ग्लांस स्मार्ट लॉक स्क्रीन के साथ, हम कम में अधिक की उम्मीद कर सकते हैं। हम जो कुछ भी चाहते हैं वह हमारे द्वारा खोजने के बजाय, हमारी लॉक स्क्रीन पर हमारे पास उपलब्ध हो जाता है। हमें जानकारी खोजने, कई सारे डाउनलोड करने या यहां तक कि अपने स्मार्टफ़ोन को अनलॉक करने में भी कोई समय बर्बाद करने की जरुरत नहीं है। हमें बस ग्लांस करने की जरुरत है।"

ग्लांस ऐप नहीं फीचर है

ग्लांस कोई ऐप नहीं है, जिसे डाउनलोड करने की जरुरत हो, बल्कि यह एक ऐसा फीचर है, जो प्रमुख स्मार्टफोन ब्रांड्स के ऑपरेटिंग सिस्टम (ओएस) में पहले से ही इंटीग्रेट होता है। यह यूज़र्स की रुचियों और प्राथमिकताओं के आधार पर अनुकूलित कॉन्टेंट के लिए सिंगल गेटवे के रूप में कार्य करता है, जो कि अंग्रेजी, हिंदी, तेलुगु, तमिल, मराठी, कन्नड़ और बंगाली जैसी क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध है। ग्लांस को सिर्फ यूज़र की सहमति से ही एक्टिवेट किया जा सकता है।

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यूजर्स खेल सकते है गेम

यूज़र्स अपने फोन को अनलॉक किए बिना अपडेट रह सकते हैं, ट्रेंडिंग कॉन्टेंट खोज सकते हैं, 400 से अधिक गेम्स खेल सकते हैं, रोमांचक गेम टूर्नामेंट को लाइव स्ट्रीम कर सकते हैं, प्रोडक्ट्स की खरीदी कर सकते हैं, और 500 से अधिक क्रिएटर्स के लाइव शोज़ में ट्यून कर सकते हैं। यह लिस्ट यहीं खत्म नहीं होती है, इसमें और भी बहुत कुछ शामिल है। यह यूज़र की उँगलियों पर एक पर्सनलाइज़्ड कॉन्टेंट फीड होने जैसा है, जो जब भी किसी यूज़र को जरुरत हो, तो उसका मनोरंजन करने और संबंधित जानकारी प्रदान करने के लिए तैयार है।

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