Durg News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दुर्ग रेलवे स्टेशन (Durg Railway Station) पर 26 जुलाई की रात एक दर्दनाक घटना हुई. सूर्या मानिकपुरी (Surya Manikpuri) अपनी पत्नी सोनू मानिकपुरी (Sonu Manikpuri) और दो छोटे बच्चों के साथ टिकट बुकिंग काउंटर (Ticket Booking Counter) के पास सो रहे थे.
रात गुजरने के बाद सुबह 4 बजे जब वे जागे तो देखा कि उनका 18 माह का बेटा गायब है. घबराए परिजनों ने तुरंत शोर मचाया और रेल पुलिस (Rail Police) को सूचना दी. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए गुम इंसान की रिपोर्ट दर्ज कर अपहरण (Kidnapping) का केस बनाया.
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सीसीटीवी से मिली अहम सुराग
रेल पुलिस अधीक्षक रायपुर (Rail SP Raipur) श्वेता श्रीवास्तव सिन्हा (Shweta Srivastava Sinha) और उप पुलिस अधीक्षक एस.एन. अख्तर (S.N. Akhtar) के निर्देशन में सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया. इसमें आरोपी अरुमुगम (Arumugam), उम्र 45 वर्ष, निवासी तिरूनिलपुडी (Thirunilpudi), तंजावूर (Thanjavur) बच्चे को पुरी-गांधीधाम एक्सप्रेस (Puri-Gandhidham Express) में लेकर जाते दिखा. नागपुर रेलवे स्टेशन (Nagpur Railway Station) पर भी आरोपी कैमरे में बच्चे संग कैद हुआ.
चंद्रपुर (Chandrapur) में आरपीएफ (RPF) ने उससे पूछताछ की, लेकिन आरोपी ने बच्चा अपना बताते हुए आधार कार्ड (Aadhaar Card) पेश कर दिया. उस समय उसे छोड़ दिया गया.
पुलिस टीम पहुंची तमिलनाडु
पुलिस ने बच्चे की लोकेशन ट्रेस करते हुए तमिलनाडु के तंजावूर (Thanjavur Tamilnadu) तक पीछा किया. उप निरीक्षक जनकलाल तिवारी (SI Jankalal Tiwari) के नेतृत्व में टीम आरोपी के घर पहुंची और 18 माह के मासूम को सकुशल बरामद किया. बच्चे को उसकी मां सोनू मानिकपुरी को सौंपा गया. मां को देखते ही बच्चा रोते हुए उसकी गोद में दौड़ पड़ा. इस भावुक पल को देखकर मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी भी भावुक हो गए.
आरोपी जेल भेजा गया
आरोपी अरुमुगम को पुलिस ने 10 अगस्त को गिरफ्तार किया और न्यायालय में पेश किया. अदालत ने आरोपी को न्यायिक रिमांड (Judicial Remand) पर जेल भेज दिया. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि समय रहते बच्चे को खोज लेना बड़ी सफलता है.