Bank loan Rules : महंगाई के दौर में आम आदमी को जीवन यापन करना कठिन हो गया है। वही समय के साथ—साथ लोगों की जरूरते भी बढ़ने लगी है। अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए आम आदमी मेहनत तो करता है, लेकिन उसके और परिवार के ऐसे कई सपने जैसे की घर, गाड़ी जैसे सपनों को पूरा नहीं कर पाता है ऐसे में उसके पास एक मात्र उपाय बचता है वो है बैंक लोन। कई बार ऐसा होता है कि आम आदमी को बैंक से लोन नहीं मिल पाता है। जब भी आम आदमी किसी बैंक में लोन का आवेदन करता है और बैंक आपको लोन देने से मना कर देती है तो यह जानकारी आपकी क्रेडिट फाइल में सूचीबद्व कर दी जाती है जिसके चलते आपको दूसरी बैंक से भी लोन मिलना मुश्किल हो जाता है।
लोन नहीं मिलने के कारण
– लेकिन इन सब के बीच सवाल उठता है कि आखिर बैंक आपको लोन देने से मना क्यों कर देता है, इसके पीछे क्या कारण है? लोन न मिलने के कई कारण हो सकते है। जैसे कि आपकी कम आय भी लोन नही मिलने का कारण हो सकती है? इसलिए बैंक में लोन लेने से पहले यह तय कर लेना चाहिए की आप लोन लेकर उसे वापस कैसे कर सकते है। ऐसी परिस्थित में बैंक आपको लोन लेने से मना कर देता है।
– वही दूसरी वजह क्रेडिट स्कोर हो सकती है। क्रेडित स्कोर आपके लोन में अड़चन पैदा कर सकता है। इसमें CIBIL स्कोर का बड़ा रोल है। अगर आपने पहले का कोई लोन, क्रेडित कार्ड का भुगतान नहीं किया है तो इसका असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है। CIBIL स्कोर 300-900 के बीच होता है और 750 को अच्छा स्कोर माना जाता है। CIBIL के मुताबिक लोन उन्हीं को दिया गया है जिनका स्कोर 750 से ऊपर था । इसलिए ऋण आवेदन करने से पहले अपने क्रेडिट स्कोर की जांच अवश्य कर लें।
– बैंक लोन देने से पहले यह भी देखता है कि वह ग्राहक को लोन दे रहा है तो वह किस लिए दे रहा है। अगर बैंक को आपके लोन लेने के उद्देश्य पर संदेह है तो आपको वो लोन नहीं देगा। गलत जानकारी बैंक लोन देने से पहले आपके द्वारा लोन लेने के लिए दी गई जानकारी की जांच पड़ताल करते हैं। अगर कोई गड़बड़ी मिलती है तो आपके आवेदन को अस्वीकार कर दिया जाता है। इसके अलावा अगर आप पहले से कर्जदार है तो बैंक आपको लोन नहीं देगा।
क्या है उपाय
लोन मिलने में अगर दिक्कत आ रही है तो आपको कई बातों को विशेष ध्यान रखना होगा। जैसे कि आपका क्रेडित स्कोर, पुराने कर्ज का निपटारा जरूर करें। गारंटर या को-एप्लीकेंट को शामिल करें। बार-बार आवेदन नहीं करें, क्योंकि ऐसा करने से लोन का आवेदन निरस्त कर दिया जाता है और इससे आपकी क्रेडिट रेटिंग घटती है।