Flood in Gujarat: गुजरात में भारी बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। अधिकांश डैम ओवरफ्लो हो चुके हैं। जबकि नदियां भी खतरे के निशान को पार कर चुके हैं। प्रदेश में रिहायशी इलाके अब किसी टापू में तब्दील हो चुके हैं। पिछले 48 घंटे में हुई भारी बारिश ने लोगों को अपने घरों में कैद रहने पर मजबूर कर दिया है। मौसम विभाग की मानें को अगले कुछ दिनों तक प्रदेश में यह आसमानी आफत बढ़ने वाली हैं। मौसम विभाग ने गुजरात में 28 और 29 अगस्त को 27 जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार, बीते 24 घंटों के भीतर गुजरात में 250 तहसीलों में सर्वाधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। सौराष्ट्र के तीन जिलों, जामनगर, द्वारका और पौरबंदर में अधिक बारिश हुई है। द्वारका के खंभालिया में 18.16 इंच, जामनगर में 15.48 इंच, जाम जोधपुर में 13.16 इंच, लालपुर में 13 इंच, कालवड में 11.36 इंच और पोरबंदर के राणावाव में 11.68 इंच बारिश दर्ज हुई है।
बाढ़ प्रभावित इलाकों से अब तक 8500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बातचीत कर स्थिति का जायजा लिया और किसी भी संकट में केंद्र की तरफ से हर प्रकार की सहायता का आश्वासन दिया है।
तीनों सेनाओं ने गुजरात में संभाला मोर्चा
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, भारतीय वायुसेना और भारतीय तटरक्षक बल ने एक साथ मिलकर बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य संचालित कर रहे हैं। वहीं, बाढ़ के कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश के कारण दिवारें ढह रही हैं, जिसके कारण अब तक 9 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को 169 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है, जिसमें से अधिकांश लोग खेड़ा और मोरबी जिले के रहने वाले थे।
उन्होंने बताया कि 8640 अन्य लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। इनमें नवसारी से करीब 3 हजार व वडोदरा और खेड़ा से करीब एक-एक हजार लोगों को बचाया गया है। वहीं, सोमवार और मंगलवार को मिलाकर 15 हजार से ज्यादा लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
24 नदियां खतरे के निशान के ऊपर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गुजरात में 137 जलाशय, झीलें और 24 नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है। पश्चिम रेलवे ने जानकारी दी कि बारिश के कारण सड़कें और रेलवे लाइनों पर पानी भर गया है, जिससे ट्रैफिक और रेलगाड़ियों की आवाजाही प्रभावित हुई हैं। मुंबई जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस समेत 8 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं।
वहीं, 10 अन्य ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द कर दी गई हैं। एसईओसी ने कहा कि गुजरात में अब तक औसत वार्षिक वर्षा की तो अब तक 105 प्रतिशत बारिश हो चुकी है, जिसमें बनासकांठा में सभी 33 जिलों में सबसे सबसे कम बारिश हुई है। बनासकांठा में औसत बारिश 73 फीसदी हुई है।
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