नई दिल्ली। DU Admission 2022-23: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने शैक्षणिक वर्ष 2022-23 में स्नातक पाठ्यक्रमों में परेशानी मुक्त दाखिला प्रक्रिया सुनिश्चित करने के मकसद से ‘मिड-एंट्री, मौके पर प्रवेश, वेबिनार आयोजित करने से लेकर हेल्पलाइन सेवाएं शुरू करने तक कई कदम उठाए हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय ने इस महीने लगभग 70 हज़ार सीटों के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू की थी। इस साल विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को 12वीं के अंकों के स्थान पर सामान्य प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) के अंकों के आधार पर प्रवेश दे रहा है। बारह सितंबर को, विश्वविद्यालय ने अपनी प्रवेश-सह-आवंटन नीति यानी सामान्य सीट आवंटन प्रणाली (सीएसएएस) जारी की। सीएसएएस के जरिये प्रवेश तीन चरणों में आयोजित किया जाएगा।
इसमें आवेदन पत्र जमा करना, पाठ्यक्रम का चयन और वरीयताएं भरना, सीट आवंटन और प्रवेश शामिल हैं। पहले चरण के लिए दाखिले 12 सितंबर से शुरू हुए थे, जबकि दूसरा चरण सोमवार से शुरू हुआ। दोनों चरण 10 अक्टूबर तक खुले रहेंगे। इस बीच, डीयू प्रवेश की पहली सूची की घोषणा की तारीख अधिसूचित करेगा। इस साल, 67 कॉलेजों, विभागों और केंद्रों में 79 स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश शुरू हुए हैं, जिसमें बी.ए. प्रोग्राम पाठ्यक्रम के लिए भी 206 संयोजन शामिल हैं। ‘पीटीआई-भाषा’ से बात करते हुए, डीयू की डीन (प्रवेश) हनीत गांधी ने कहा कि विश्वविद्यालय यह सुनिश्चित कर रहा है कि छात्रों के सभी प्रश्नों का तुरंत समाधान किया जाए और उन्हें किसी भी बाधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की ओर से किए गये उपायों में ‘मिड-एंट्री’ दाखिला, बहु आवंटन दौर, मौके पर दाखिले, शिकायत निवारण समितियां, वेबिनार और हेल्पलाइन सेवाएं शामिल हैं।
निर्धारित समय के भीतर आवेदन करने में विफल रहने वाले उम्मीदवारों की सहायता के लिए ‘मिड-एंट्री’ प्रवेश शुरू किए गये हैं। ऐसे उम्मीदवार शुल्क के तौर पर एक हज़ार रुपये का भुगतान करने के बाद दोबारा आवेदन कर सकते हैं। गांधी ने बताया कि ‘मिड-एंट्री’ प्रवेश केवल उन्हीं उम्मीदवारों के लिए मान्य होंगे, जिन्होंने पहले आवेदन किया था, लेकिन उनकी प्रवेश प्रक्रिया किसी कारण से बीच में ही अटक गई है। हालांकि, यह प्रावधान ‘बीए ऑनर्स संगीत’, ‘बीएससी शारीरिक शिक्षा’, ‘स्वास्थ्य शिक्षा एवं खेल’, ईसीए और स्पोर्ट्स सुपरन्यूमेरी’ कोटा आदि पर लागू नहीं है। इसके अलावा, डीयू ने घोषणा की है कि सीट आवंटन के पहले दौर में, प्रत्येक कॉलेज में प्रत्येक कार्यक्रम में अनारक्षित श्रेणी, अति पिछड़ा वर्ग (ओबीसी)-एनसीएल, आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग (ईडब्ल्यूएस) श्रेणियों में अतिरिक्त 20 प्रतिशत और अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी), पीडब्ल्यूबीडी श्रेणियों में 30 प्रतिशत अतिरिक्त आवंटन होगा।
गांधी ने आवेदकों को सलाह दी कि वह प्रवेश के संबंध में सभी जानकारियों के मकसद से, दिशानिर्देशों के लिए नियमित रूप से विश्वविद्यालय की प्रवेश वेबसाइट और उनके डैशबोर्ड पर जाएं। विश्वविद्यालय अपने पोर्टल पर प्रत्येक आवंटन दौर से पहले खाली सीटों को प्रदर्शित करेगा। गांधी ने कहा कि सीएसएएस-2022 के लिए आवेदन करने वाले सभी उम्मीदवार आवंटन के सभी दौर के लिए पात्र होंगे, सिवाय उन उम्मीदवारों के जिनका प्रवेश रद्द कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यदि सीएसएएस-2022 के नियमित दौर के पूरा होने के बाद भी सीटें खाली रहती हैं, तो विश्वविद्यालय प्रवेश के स्पॉट राउंड की घोषणा कर सकता है। गांधी ने निर्दिष्ट किया, ”मौके पर दाखिले के दौर में विचार करने के लिए, उम्मीदवार को अपने डैशबोर्ड के माध्यम से ‘स्पॉट एडमिशन’ का विकल्प चुनना होगा।’