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Dry Eyes Problem: फोन-लैपटॉप का ज्यादा इस्तेमाल बन रहा आंखों के लिए खतरा, युवाओं में तेजी से बढ़ रही ड्राई आइज की समस्या

Eye Health Tips:  आज की डिजिटल लाइफस्टाइल में हकोर ई मोबाइल, लैपटॉप या टीवी स्क्रीन पर घंटों बिताता है। लेकिन यही आदत अब आंखों के लिए गंभीर खतरा बनती जा रही है।

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anjali pandey
Dry Eyes Problem: फोन-लैपटॉप का ज्यादा इस्तेमाल बन रहा आंखों के लिए खतरा, युवाओं में तेजी से बढ़ रही ड्राई आइज की समस्या

Eye Health Tips: आज की डिजिटल लाइफस्टाइल में हकोर ई मोबाइल, लैपटॉप या टीवी स्क्रीन पर घंटों बिताता है। लेकिन यही आदत अब आंखों के लिए गंभीर खतरा बनती जा रही है। डॉक्टरों के अनुसार, लगातार स्क्रीन पर नजरें गड़ाए रखने से आंखों में सूखापन, जलन, लालपन और पानी आने जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं जिसे ‘ड्राई आइज सिंड्रोम’ कहा जाता है।

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ड्राई आइज क्यों बढ़ रही है?

[caption id="" align="alignnone" width="768"]ड्राई आइज क्यों बढ़ रही है? ड्राई आइज क्यों बढ़ रही है?[/caption]

नेशनल आई इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट बताती है कि शहरों में अब ज्यादातर युवा दिनभर औसतन 6 से 8 घंटे स्क्रीन देखते हैं। लगातार स्क्रीन देखने से हमारी पलक झपकने की दर (Blinking Rate) कम हो जाती है, जिससे आंखों में नमी घटने लगती है।

एसी और वातावरण का असर

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एयर कंडीशनर भी ड्राई आइज की बड़ी वजह है। एसी कमरे की नमी को कम करता है और आंखों की प्राकृतिक नमी भी सुखा देता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एसी वाले माहौल में ज्यादा समय बिताने से ड्राई आइज का खतरा करीब 50% तक बढ़ जाता है।

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नींद की कमी भी है जिम्मेदार

[caption id="" align="alignnone" width="772"]नींद की कमी भी है जिम्मेदार नींद की कमी भी है जिम्मेदार[/caption]

रात देर तक मोबाइल चलाना या ओटीटी सीरीज देखना नींद की कमी पैदा करता है। इससे आंखों को पर्याप्त आराम नहीं मिल पाता, जिसके कारण धुंधलापन, जलन और सूखापन बढ़ने लगता है।

खानपान की कमी से भी आंखें होती हैं कमजोर

[caption id="" align="alignnone" width="784"]खानपान की कमी से भी आंखें होती हैं कमजोर खानपान की कमी से भी आंखें होती हैं कमजोर[/caption]

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खाने में अगर ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन ए और पर्याप्त पानी की कमी हो तो आंखों की सेहत प्रभावित होती है। ये पोषक तत्व आंखों में नमी बनाए रखने और रेटिना को मजबूत रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।

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इन संकेतों को न करें नजरअंदाज

अगर आपकी आंखों में बार-बार जलन, सूखापन, या पानी आने जैसी दिक्कतें होती हैं, तो इन्हें नजरअंदाज न करें। डॉक्टरों का कहना है कि ये शुरुआती संकेत हैं जो आगे चलकर दृष्टि कमजोर होने या दृष्टि हानि (Vision Loss) में बदल सकते हैं।

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आंखों की सेहत के लिए अपनाएं ये उपाय

  • हर 20 मिनट बाद 20 सेकंड के लिए स्क्रीन से नजर हटाएं
  • स्क्रीन की ब्राइटनेस कम रखें
  • आंखों को ठंडे पानी से धोते रहें
  • एसी में नमी बनाए रखने के लिए ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें
  • पर्याप्त नींद लें और संतुलित डाइट का पालन करें

टेक्नोलॉजी ने जिंदगी को आसान बनाया है, लेकिन आंखों की सेहत के साथ लापरवाही भारी पड़ सकती है। अगर आप भी दिनभर स्क्रीन पर रहते हैं, तो अब वक्त है कि आंखों को आराम दें और उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता बनाएं।

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