Driving License: मंगलवार से RTO में स्मार्ट चिप कंपनी ने काम बंद कर दिया है, जिसके चलते ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License) और गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन कार्ड बनना बंद हो जाएंगे। आपको बता दें कि मंगलवार को स्मार्ट चिप कंपनी भोपाल समेत पूरे प्रदेश के RTO ऑफिस में लगे एसेट्स और पासवर्ड RTO को को सौंपेगी। इसकी पुष्टि RTO के सोशल मीडिया ग्रुप पर डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर (Deputy Transport Commissioner) उमेश जोगा ने की है।
आज नहीं बनेंगे ड्राइविंग लाइसेंस: स्मार्ट चिप कंपनी ने RTO में बंद किया काम, जानें वजह#DrivingLicence #RTOhttps://t.co/HeEPEwZds3
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) October 1, 2024
स्मार्ट चिप कंपनी ने बंद किया RTO में काम
फिलहाल अभी तक इस संबंध में कोई लिखित आदेश सामने नहीं आया है। इसके बावजूद ये माना जा रहा है कि आज यानी मंगलवार को स्मार्ट चिप कंपनी (Smart Chip Company) काम करना बंद कर देगी।
आज नहीं बनेंगे ड्राइविंग लाइसेंस और गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन कार्ड
कंपनी के काम बंद करने के बाद RTO में ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License) और गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन कार्ड (Vehicle Registration Cards) बनना बंद हो जाएंगे। सोमवार को परिवहन विभाग (Transport Department) के सचिव सिबि चक्रवती ने स्मार्ट चिप कंपनी का कार्यकाल 31 दिसंबर 2024 तक बढ़ाने का आदेश पत्र जारी किया था, लेकिन इस पर कंपनी ने सहमति नहीं दी।
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30 सिंतबर को ही हेंडओवर करना चाहती थी कंपनी
स्मार्ट चिप कंपनी ने 30 सितंबर (सोमवार) को ही तमाम जिलों के RTO में अपने कर्मचारियों को आदेश दिए थे कि एसेट्स और पासवर्ड (Assets and Passwords) आरटीओ के सुपुर्द कर दें।
इसके बाद कंपनी के कर्मचारी RTO के पास सुपुर्दगी देने के लिए पहुंचे थे, लेकिन RTO की तरफ से ये हवाला मिला कि विभाग कि तरफ से आदेश नहीं मिला है और इनकार कर दिया।
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इस वजह से कंपनी ने काम किया बंद
आपको बता दें कि विभाग की तरफ से एक पत्र जारी किया गया था, जिसमें कंपनी को 88 करोड़ के भुगतान करने का भरोसा दिलाया था। पत्र में लिखा था कि विभाग (Transport Department) की तरफ से कंपनी को अक्टूबर में 10 करोड़ और बाकी का भुगतान दिसंबर तक इंस्टॉलमेंट में कर दिया जाएगा।
इसके साथ ही विभाग (Transport Department) की तरफ से 30 जुलाई को हुई कैबिनेट में लिए गए निर्णय का हवाला देते हुए कंपनी से 31 दिसंबर तक काम करने का अनुरोध किया गया था। हालांकि कंपनी (Smart Chip Company) ने ये प्रस्ताव नहीं माना था।
स्मार्ट चिप कंपनी (Smart Chip Company) का कहना है कि उसकी तरफ से अप्रैल से जून तक एग्जिट पीरियड भी पूरा हो चुका है। अब कंपनी की कोई जिम्मेदारी नहीं बनती। यही वजह है कि स्मार्ट चिप कंपनी ने आज से काम बंद कर दिया है।