Indore News: इंदौर के एमवाय अस्पताल (MYH) से लापता डॉ. हेमंत गिरवाल रविवार, 15 सितंबर को उज्जैन में मिल गए हैं। रात 11 बजे उन्हें उज्जैन के महाकाल थाने लाया गया, लेकिन अभी वे कुछ बताने की स्थिति में नहीं हैं। हालांकि, पुलिस उनसे पूछताछ का प्रयास कर रही है।
यहां बता दें, डॉ. गिरवाल गुरुवार दोपहर से लापता हुए थे।
संयोगितागंज थाने के टीआई सतीश पटेल ने डॉ. गिरवाल के सकुशल मिलने की पुष्टि की है। उन्हें लेने के लिए इंदौर से टीम उज्जैन रवाना हुई है। दूसरी ओर रेसीडेंट डॉक्टर पर आरोप लगाने वाली महिला डॉक्टर के खिलाफ नारे लगाने वाले डॉक्टर अब शांत हो गए (Indore News) हैं।
सीनियर महिला डॉक्टर ने लगाया था छेड़छाड़ का आरोप
डॉ. हेमंत गिरवाल के लापता होने के बाद शनिवार सुबह एक सैकड़ा से ज्यादा जूनियर डॉक्टर्स ने अस्पताल मैनेजमेंट के खिलाफ प्रदर्शन किया था। इस दौरान सीनियर डॉक्टर्स से उनकी बहस भी हो गई और बात हाथापाई तक पहुंच गई थी। डॉ. गिरवाल पर आरोप लगाने वाली सीनियर महिला डॉक्टर ने उन्हें सार्वजनिक रूप से लताड़ा था और छेड़छाड़ का आरोप भी लगाया था। इसके बाद उन्होंने कमेटी के सामने माफीनामा लिखवाया था। डॉ. गिरवाल के कमरे से एक पत्र मिला (Indore News) है।
महिला डॉक्टर पहले भी कई डॉक्टर्स पर लगा चुकी है आरोप
महिला डॉक्टर कई पुरुष डॉक्टरों पर लगा चुकी है आरोप
डॉक्टरों का कहना है कि डॉ. गिरवाल पर आरोप लगाने वाली सीनियर महिला डॉक्टर दो साल में चार से पांच मेल डॉक्टर के खिलाफ शिकायत कर चुकी हैं। जूनियर डॉक्टरों ने डिपार्टमेंट की तरफ से उन पर एफआईआर करने की बात कही थी। साथ ही अस्पताल प्रशासन की भूमिका भी संदेह किया था। यह भी आरोप लगाया गया था कि डॉ. गिरवाल के लापता होने के बाद अस्पताल प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की और ना ही उनके परिवार को सूचित (Indore News) किया।
जूनियर डॉक्टर कर रहे थे प्रदर्शन
डॉ. गिरवाल के लापता होने पर जूनियर डॉक्टरों का कहना था कि अस्पताल प्रशासन को जांच करनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। इस मामले में पुलिस प्रशासन को भी सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। डॉ. गिरवाल के परिवार को न्याय दिलाने के लिए पुलिस को दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करनी चाहिए और उन्हें गिरफ्तार करना (Indore News) चाहिए।
रविवार रात तक डॉक्टरों का कहना था कि वे तब तक प्रदर्शन करते रहेंगे जब तक डॉ. गिरवाल को न्याय नहीं मिल जाता। हालांकि, उनके मिलने की खबर के बाद सभी डॉक्टरों ने प्रदर्शन खत्म कर दिया है।
डॉ. गिरवाल का लेटर…
मैं डॉक्टर हेमंत कुमार गिरवाल आरएसओ प्रथम वर्ष ऑर्थोपैडिक डिपार्टमेंट एमवाय में पदस्थ हूं। मेरे साथ जो घटना हुई है, उसके बारे में बताना चाहता हूं। 12 सितंबर को ऑपरेशन थिएटर नंबर 2 में एनिस्थिसिया की महिला डॉक्टर ने मुझ पर बेबुनियाद चरित्र हनन का आरोप लगाया। 13 सितंबर को एनिस्थिसिया विभाग की कमेटी के सामने हाजिर हुआ। मुझसे लिखित माफीनामा लिया गया। माफी में पूरी गलती मेरी होना बताया गया। मुझे इस सेवा में 10 साल हो गए हैं, लेकिन ऐसा आरोप पहले कभी नहीं लगा। यह दुर्भाग्यवश जो मेरे साथ हुआ, उससे मैं काफी आहत हुआ हूं। मानसिक रूप से तनाव में हूं। मेरी सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल हो चुकी है। घटना के बाद महिला सहकर्मियों के साथ काम करते हुए भयभीत और लज्जित महसूस कर रहा हूं। मेरा कार्य प्रभावित हो रहा है। मैं एक शादीशुदा व्यक्ति हूं। यदि इस घटना का पता मेरे परिवार में लगता है तो मेरा वैवाहिक संबंध बिगड़ने या टूटने की नौबत आ सकती है। मेरी पारिवारिक छवि, सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल होने का खतरा उत्पन्न हो गया है। जिससे पारिवारिक कलह की स्थिति बन सकती है। मुझे मेरा भविष्य अंधकारमय दिखाई दे रहा है। ऐसी बातें मेरे विचार में आ रही है, जिससे मेरा काम प्रभावित हो रहा है। काफी तनाव, चिंता, दुविधा का सामना कर रहा हूं। यदि मेरे साथ कुछ भी अनहोनी हुई तो इसकी जिम्मेदार सीनियर महिला डॉक्टर होंगी।
(लापता होने से पहले डॉ. गरिवाल ने यह पत्र छोड़ा था)
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