Dr Anand Rai News: व्यापमं मामले के व्हिसलब्लोअर और जयस के नेता रहे डॉ. आनंद राय ने शनिवार को कांग्रेस का दामन थाम लिया। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में उन्हें पीसीसी चीफ जीतू पटवारी (Congress PCC Chief Jeetu Patwari) ने सदस्यता दिलाई।
इस दौरान प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और कांग्रेस के कई नेता मौजूद रहे। आपको बता दें कि डॉ. आनंद राय व्यापमं मामले के व्हिसलब्लोअर हैं। उन्होंने प्रदेश के आदिवासी संगठन जयस (जय युवा आदिवासी संगठन) में भी काम किया है।
CBI को दिए थे 11 दस्तावेज
आपको बता दें कि एक बार उन्होंने व्यापमं मामले (Dr. Anand Rai News) की जांच कर रही सीबीआई को 11 दस्तावेज भी सौंपे थे। व्यापमं कांड पर वे पहले भी कई बीजेपी सरकार पर सवाल उठा चुके हैं।
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सरकारी नौकरी से हो चुके हैं बर्खास्त
डॉ. आनंद राय को पिछले साल ही एमपी सरकार ने सरकारी नौकरी से बर्खास्त किया था। डॉ आनंद राय नेत्र रोग विशेषज्ञ हैं और उन्होंने एमबीबीएस की पढ़ाई की है। वो हुकुमचंद चिकित्सालय इंदौर में कार्यरत थे। उन पर सरकारी कर्मचारी होने के बावजूद सरकारी योजनाओं (Dr. Anand Rai News) और नीतियों की सोशल मीडिया पर आलोचना करने के आरोप लगे थे। इसके बाद उन्होंने जयस का दामन थाम लिया था।
2015 में दर्ज कराई थी ये शिकायत
2015 में आनंद राय ने वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप था कि वर्मा ने अपनी बेटी का भोपाल के एक मेडिकल कॉलेज में तबादला कराने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया।
इस शिकायत के परिणामस्वरूप आनंद राय का तबादला इंदौर से धार कर दिया गया, जिसे उन्होंने अदालत में चुनौती दी। अंततः सरकार ने तबादला आदेश रद्द कर दिया। पिछले वर्ष जून में, आनंद राय हैदराबाद में बीआरएस (भारत राष्ट्र समिति) प्रमुख और तेलंगाना के तत्कालीन मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हुए थे।
2022 में किया गया था गिरफ्तार
आनंद राय को नवंबर 2022 में तत्कालीन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के उप सचिव लक्ष्मण सिंह मरकाम के खिलाफ कथित अपमानजनक फेसबुक पोस्ट के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में उनके खिलाफ एससी/एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई थी।