US presidential debate: अमेरिका में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प और भारतीय मूल की कमला हैरिस के बीच बुधवार, 11 सितंबर को एक प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई। दोनों उम्मीदवारों ने 90 मिनट तक अबॉर्शन, इमिग्रेशन, अर्थव्यवस्था, विदेशी नीति (Trump vs Harris debate) और संसद हिंसा जैसे 6 प्रमुख मुद्दों पर बहस की। डिबेट शुरू होने से पहले, कमला हैरिस ट्रम्प के पोडियम तक पहुंचीं और उनसे हाथ मिलाया। आपको बता दें कि इस डिबेट को कमला ने जीत लिया है। किए गए 5 सर्वों में कमला हैरिस को बेहतर माना गया है।
ट्रम्प ने लगाया कमला पर आरोप
आपको बता दें कि बहस के दौरान ट्रम्प ने कमला पर वामपंथी विचारधारा अपनाने का आरोप लगाया। ट्रम्प ने कहा कि कमला हैरिस के पिता कम्युनिस्ट थे और उन्होंने कमला को वामपंथी विचारधारा अच्छी तरह सिखाई है। ट्रम्प ने यह भी दावा किया कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन कमला का समर्थन करते हैं।
इसके साथ ही ट्रम्प ने बाइडेन के बारे में कहा कि उन्हें राष्ट्रपति चुनाव से “कुत्ते की तरह” बाहर कर दिया गया। कमला हैरिस ने ट्रम्प के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, “दुनिया आप पर हंसती है। पिछले चुनाव में 8 करोड़ लोगों ने आपको राष्ट्रपति पद से हटा दिया, और यह बात आपको अभी तक बर्दाश्त नहीं हो रही।”
आपको बता दें कि डिबेट में कमला हैरिस 37 मिनट 36 सेकेंड तक बोलीं, जबकि ट्रम्प ने उनसे 5 मिनट ज्यादा लिए। ट्रम्प ने 42 मिनट 52 सेकेंड तक अपनी बात रखी। डिबेट खत्म होने के बाद दोनों नेता बिना हाथ मिलाए वहां से लौट गए।
अबॉर्शन के मुद्दे पर बहस
अबॉर्शन के मुद्दे पर डेमोक्रेट उम्मीदवार कमला हैरिस ने महिलाओं की चॉइस की आजादी का समर्थन करते हुए कहा कि ट्रम्प महिलाओं को यह न बताएं कि उन्हें अपने शरीर के साथ क्या करना चाहिए। कमला ने स्पष्ट रूप से कहा, “सरकार और डोनाल्ड ट्रम्प को यह हक नहीं है कि वे महिलाओं के शरीर पर फैसले लें।” कमला हैरिस ने यह भी चेतावनी दी कि अगर डोनाल्ड ट्रम्प फिर से चुने गए, तो वे पूरे देश में गर्भपात पर रोक लगाने वाले बिल पर साइन कर देंगे। उनके इन आरोपों के जवाब में ट्रम्प ने कहा कि कमला झूठ बोल रही हैं। उन्होंने कहा, “मैं ऐसा कोई प्रतिबंध लगाने वाला कानून साइन नहीं करूंगा, और इसकी कोई जरूरत भी नहीं है।”
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ट्रम्प पर हेराफेरी के 34 गंभीर मामले
लाइव डिबेट के दौरान एक ऐसा क्षण आया जब डोनाल्ड ट्रम्प और कमला हैरिस के बीच कानून व्यवस्था पर तीखी बहस छिड़ गई। कमला हैरिस ने ट्रम्प के उन दावों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि बाइडेन प्रशासन के दौरान अपराध में वृद्धि हुई है।
कमला ने जोर देकर कहा कि यह आरोप उस व्यक्ति द्वारा लगाए जा रहे हैं, जो खुद राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक अपराध, और चुनावी हस्तक्षेप जैसे गंभीर मामलों का सामना कर रहा है। उन्होंने याद दिलाया कि इसी साल मई में कोर्ट ने ट्रम्प को हेराफेरी के 34 गंभीर मामलों में दोषी ठहराया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर हुई बहस
रूस-यूक्रेन युद्ध पर बहस के दौरान ट्रम्प ने स्पष्ट किया कि यह युद्ध अब हर हाल में समाप्त होना चाहिए। उनका मानना था कि बातचीत के माध्यम से इस संघर्ष को सुलझाना जरूरी है, जो बाइडेन के नेतृत्व में संभव नहीं हो पाया।
इस पर कमला हैरिस ने पलटवार करते हुए कहा कि अगर ट्रम्प वर्तमान में राष्ट्रपति होते, तो पुतिन अब तक रूस में नहीं, बल्कि कीव में बैठे होते। उन्होंने यह भी कहा कि पुतिन के लिए रूस-यूक्रेन युद्ध के अलग मायने हैं, और ट्रम्प की नीतियों से यह युद्ध और जटिल हो सकता था।
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