Domestic Airlines IMD Data: सरकार घरेलू एयरलाइनों के लिए उड़ान भरने और उतरने के दौरान एकत्र किए गए मौसम डेटा को भारतीय मौसम विभाग (IMD) के साथ साझा करना अनिवार्य बनाने की योजना बना रही है। अधिकारियों का कहना है कि इससे मौसम पूर्वानुमान की सटीकता में महत्वपूर्ण सुधार होगा। देश में रोजाना 6,000 से ज्यादा टेकऑफ और लैंडिंग होती हैं।
मंत्रालयों के बीच हो रही चर्चा
केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव, एम रविचंद्रन ने पीटीआई को बताया कि उनका मंत्रालय इस मुद्दे पर (Domestic Airlines IMD Data) नागरिक उड्डयन मंत्रालय के साथ बातचीत कर रहा है, और अगले एक साल में यह नियम लागू कर दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह कदम न केवल एयरलाइन संचालन के लिए, बल्कि सामान्य मौसम पूर्वानुमान के लिए भी अत्यंत उपयोगी होगा।
हवा के बारे में जानकारी एकत्र करना उद्देश्य
रविचंद्रन ने बताया कि मौसम पूर्वानुमान की गुणवत्ता एकत्र किए गए अवलोकनों की संख्या पर निर्भर करती है। जितने अधिक अवलोकन किए जाएंगे, मौसम भविष्यवाणियां उतनी ही सटीक होंगी। यह एक्जिट पोल के समान है – अगर अधिक स्थानों से डेटा एकत्र किया जाए, तो बेहतर और स्पष्ट तस्वीर मिलती है। उनका उद्देश्य जहां भी संभव हो, तापमान, आर्द्रता और हवा के बारे में जानकारी एकत्र करना है।
ऊर्ध्वाधर अवलोकन की महत्ता
रविचंद्रन ने बताया कि ऊर्ध्वाधर मौसम अवलोकन, जैसे विमान और मौसम गुब्बारों से प्राप्त डेटा, ज़मीनी अवलोकनों से अधिक महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि वे वायुमंडल की पूरी तस्वीर दिखाते हैं। तूफान जैसी मौसम प्रणालियाँ वायुमंडल में बनती हैं, और वहां अलग-अलग ऊंचाइयों पर तापमान, आर्द्रता और हवा की स्थिति महत्वपूर्ण होती है।
वर्तमान मौसम डेटा एकत्रण प्रक्रिया
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) विभिन्न ऊंचाइयों पर तापमान, आर्द्रता और हवा के डेटा को एकत्र करने के लिए 50-60 स्टेशनों से मौसम गुब्बारे लॉन्च करता है। इसके अलावा, विमान टेकऑफ और लैंडिंग के दौरान भी मौसम डेटा रिकॉर्ड करते हैं, जिसे वास्तविक समय में जमीन पर भेजा जाता है और पूर्वानुमान मॉडल में एकीकृत किया जाता है। सीमित संख्या में मौसम गुब्बारों के विपरीत, हज़ारों विमान डेटा रिले कर सकते हैं।
अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर डेटा प्रदान करना अनिवार्य
रविचंद्रन ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर सभी विमान मौसम डेटा प्रदान करते हैं, क्योंकि यह कानूनी रूप से अनिवार्य है। हालांकि, सभी घरेलू एयरलाइनों के लिए ऐसा नहीं है, क्योंकि यह उनके लिए अनिवार्य नहीं है। उन्होंने उदाहरण दिया कि कई देशों ने अपनी एयरलाइनों के लिए यह डेटा प्रदान करना अनिवार्य कर दिया है, और भारत को भी इसी तरह का कदम उठाने की आवश्यकता है।
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भारत में हवाई संपर्क में वृद्धि
रविचंद्रन ने कहा कि भारत में हवाई संपर्क में तेज़ी से वृद्धि हो रही है, और प्रत्येक राज्य में 10 से 15 हवाई अड्डे हैं। अगर सभी घरेलू एयरलाइंस मौसम डेटा (Domestic Airlines IMD Data) साझा करना शुरू कर दें, तो इससे भारत में मौसम पूर्वानुमान की क्षमता में भारी सुधार होगा।
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