रायपुर। राजधानी से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां पर ढाई साल की बच्ची पर कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया। कुत्तों के हमलों से बच्ची के शरीर पर 1 दर्जन से ज्यादा जगहों पर चोट के निशान बन गए हैं।
घर के बाहर खेल रही थी बच्ची
बताया जा रहा है कि मासूम बच्ची अपने घर के पास ही खेल रही थी। तभी आवारा कुत्तों के झुंड ने बच्ची पर झपट पड़े। इसके बाद अन्य बच्चों ने शोर मचाना शुरु कर दिया। इससे आसपास लोगों ने आवारा कुत्तों को मार भगाया। फिलहाल बच्ची को अस्पाताल ले जाया गया है जहां पर उसका इलाज जारी है।
शहर में बढ़ रहा आवारा कुत्तो का आंतक
शहर में लगातार आवारा कुत्तों के हमले की घटनाएं सामने आ रही है। हर दिन 10 से अधिक लोग आवारा कुत्तों के शिकार हो रहे है,बावजूद इसके नगर निगम और जिला प्रशासन डाग बाइट की घटनाओं को नियंत्रित करने में नाकाम साबित हो रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि आवारा कुत्तों को नियंत्रित करने हर साल लाखों रूपये खर्च किए जा रहे है फिर भी इनकी संख्या कम होने के बजाए हर साल बढ़ रही है।
इसके पहले भी हो चुकी घटनाएं
बता दें कि ये कोई पहला मामला नहीं है कि आवारा कुत्तों ने किसी मासूम बच्ची पर हमला किया हो इसके एक पहले ही खबरें आई थी जिसमें आवारा कुत्तों ने एक नहीं 5 बच्चों को काटा था। पिछले साल दिसंबर में आवारा कुत्तों के हमले से बचने के लिए भागते हुए गिरकर घायल हुए एक युवक की मौत हो गई थी।
निगम के दावे फेल
एक तरफ निगम दावा करता है कि वह लगातार ही आवारा कुत्तों पर अंकुश लगाने के लिए उनकी नसंबदी और पड़ने की प्रक्रिया में संलग्न है। दूसरी तरफ आवारा कुत्तों के बढ़ते आतंक से निगम की हकीकत सामने आ जाती है।
लाखों रुपए खर्च, नतीजा शून्य
हैरान करने वाली बात तो यह है कि निगम की तरफ हर साल ही लाखों पर रुपए का बजट भी आवारा कुत्तों को पकड़ने पर खर्च किया जाता है, फिर भी इनकी संख्या लगातार ही बढ़ रही है।
रोज कुत्तों के काटने के 10 केस
अकेले आंबेडकर अस्तपाल में रोज कुत्ता का काटने के 10 नए केस आते है, जबकि 50 से ज्यादा को एंटी रैबीज इंजेक्शन लगाया जाता है। निजी अस्पतालों और सरकारी हेल्थ सेंटरों में भी रोज नए केस आते हैं। राज्यभर के सरकारी अस्पतालों में 277317 रेबीज इंजेक्शन उपलब्ध है।
40 हजार से अधिक आवारा कुत्ते घूम रहे खुलेआम
पिछले कई सालों से शहर में कुत्तों की न तो गणना की गई है और न ही वास्तविक आंकड़े इकट्ठे हुए हैं। फिर भी अनुमान के मुताबिक उनकी संख्या 40 हजार से अधिक बताई जा रही है। निगम के अधिकारी दावा करते है कि हर साल शहर की सड़कों पर घूम रहे 25 से 30 आवारा कुत्तों की धरपकड़ कर नसबंदी कराई जा रही है। इससे उनकी संख्यां कम हुई है लेकिन हकीकत में संख्यां कम होने के बजाय बढ़ रही है।
ये भी पढ़ें:
ICC World Cup: हार कर भी जीते भारतीय खिलाड़ी, विराट समेत इन 6 खिलाड़यों को प्लेइंग 11 में मिली जगह
Early Dinner Benefits: डिनर जल्दी कर लेने से लंबी हो सकती है आपकी उम्र, जानें इसके 4 फायदे
Physics Wallah Layoff’s : फिजिक्स वाला ने की छंटनी की घोषणा, इतने कर्मचारी को निकला जाएगा
रायपुर न्यूज, छत्तीसगढ़ न्यूज, कुत्तों का आतंक रायपुर, आवारा कुत्ते छत्तीसगढ़, रायपुर निगम, Raipur News, Chhattisgarh News, Dog Terror Raipur, Stray Dogs Chhattisgarh, Raipur Corporation