Doctors Day 2025: 1 जुलाई को मनाया जाने वाला डॉक्टर्स डे सिर्फ सफेद कोट पहने उन फरिश्तों को सलाम करने का दिन नहीं है जो हर दिन जिंदगी और मौत के बीच खड़े रहकर इंसानों को नया जीवन देते हैं, बल्कि यह दिन हमें यह सोचने का भी मौका देता है कि जिम्मेदारी के इस पवित्र पेशे में लापरवाही की जरा सी चूक भी कितना बड़ा खतरा बन सकती है। भारत के डॉक्टर्स ने जहां एक ओर असंभव लगने वाली सर्जरी करके इतिहास बनाया। वहीं दूसरी ओर ऐसे मामले भी सामने आए जब डॉक्टरों की लापरवाही से मरीजों की जान पर बन आई।
जब डॉक्टर बने धरती के भगवान !
1. सीरियस ज्वाइंड ट्विन्स की सर्जरी
दिल्ली AIIMS में साल 2017 में ओडिशा के जुड़वां भाई जग्गा और कालिया के सिर आपस में जुड़े थे। AIIMS के 30 डॉक्टरों की टीम ने 20 घंटे लंबी सर्जरी कर उन्हें सफलतापूर्वक अलग किया। यह भारत की सबसे जटिल न्यूरोसर्जरी में गिनी जाती है।
2. 6 अंगों का ट्रांसप्लांट
साल 2013 चेन्नई के अपोलो हॉस्पिटल में एक 23 साल लड़की का लीवर, स्टमक, पैंक्रियाज, स्मॉल इंटेस्टाइन, स्प्लीन और कॉलन एक साथ बदले गए। यह भारत की पहली मल्टीविसरल ट्रांसप्लांट सर्जरी थी।
3. फूलन देवी की गोली लगने के बाद की प्लास्टिक सर्जरी
चंबल के बीहड़ों से संसद तक पहुंचने वालीं फूलन देवी को कई गोलियां लगी थीं और चेहरा बुरी तरह क्षतिग्रस्त था। दिल्ली एम्स में 1983 में डॉक्टरों ने जटिल रीकंस्ट्रक्टिव प्लास्टिक सर्जरी की, जिससे वे सामान्य जीवन में लौट सकीं।
4. दिल के अंदर भ्रूण की सर्जरी
AIIMS दिल्ली में 2022 में एक अजन्मे बच्चे के दिल में दोष पाया गया। डॉक्टरों ने मां के गर्भ में ही भ्रूण के दिल की सर्जरी कर उसे जीवनदान दिया। यह बेहद दुर्लभ और जोखिमभरी प्रक्रिया थी।
5. बिना एनास्थीसिया के ब्रेन सर्जरी
एक मरीज को ब्रेन ट्यूमर था लेकिन उसे सामान्य बेहोशी नहीं दी जा सकती थी।
NIMHANS बेंगलुरु के डॉक्टरों ने होश में रखकर “अवेक ब्रेन सर्जरी” की, जिसमें मरीज बोलता और गाता रहा, ताकि दिमाग का जरूरी हिस्सा बचा रहे।
जब धरती के भगवान से हुई चूक!
1. महिला के पेट में कैंची भूल गए
साल 2018 जयपुर में डॉक्टरों से बड़ी भूल हुई। एक महिला की डिलीवरी के बाद उसे लगातार पेट में दर्द की शिकायत रही। महीनों बाद एक्स-रे में पता चला कि डॉक्टर ऑपरेशन के दौरान कैंची पेट में ही छोड़ गए थे। दोबारा सर्जरी कर उसे निकाला गया।
2. गलत पैर का कर दिया ऑपरेशन
एक बुजुर्ग व्यक्ति का दायां पैर फ्रैक्चर था, लेकिन डॉक्टरों ने गलती से बाएं पैर का ऑपरेशन कर दिया। बाद में अस्पताल ने स्वीकार किया कि यह ‘ओपरेशन थियेटर में कम्युनिकेशन फेलियर’ था। यह मामला 2016 में उत्तर प्रदेश से सामने आया था।
3. बच्चेदानी की जगह ब्लैडर निकाल दिया
2019 में बेंगलुरु में एक महिला का यूटेरस (बच्चेदानी) निकालने के लिए ऑपरेशन हुआ, लेकिन डॉक्टरों ने गलती से उसका मूत्राशय (ब्लैडर) हटा दिया। बाद में उसे गंभीर संक्रमण हो गया और ICU में भर्ती होना पड़ा।
4. मरीज के पेट में तौलिया छोड़ दिया
मुंबई में 2015 एक गंभीर मामला सामने आया था, यहां सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिला को 2 साल तक पेट में सूजन और दर्द होता रहा। जब जांच हुई तो पता चला कि डॉक्टर ऑपरेशन के दौरान पेट में तौलिया छोड़ गए थे। उसे निकालने के लिए बड़ी सर्जरी करनी पड़ी।
5. कैंसर नहीं था फिर भी ब्रेस्ट हटा दी गई
कोलकाता में 2022 में एक महिला को गलती से ब्रेस्ट कैंसर बता दिया गया, जबकि रिपोर्ट नेगेटिव थी। बिना पूरी जांच के डॉक्टरों ने उसका स्तन हटा दिया। बाद में जब रिपोर्ट सामने आई तो लापरवाही उजागर हुई।