चेन्नई। (भाषा) भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) की तमिलनाडु इकाई से जुड़े करीब 35 हजार डॉक्टरों ने शुक्रवार को राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया और अस्पतालों और स्वास्थ्य कर्मियों को हिंसा से बचाने के लिए केंद्रीय कानून की मांग की। आईएमए ने हाल में देश के विभिन्न हिस्सों में चिकित्सा पेशेवरों के खिलाफ हुई हिंसा के विरोध में प्रदर्शन का आह्वान किया था।
Telangana: Indian Medical Association (IMA) staff and doctors protest at the IMA office in Hyderabad. The Association is conducting a nationwide protest today, demanding a central law to protect doctors against violence. pic.twitter.com/KSMzl6ide3
— ANI (@ANI) June 18, 2021
आईएमए के मानद राज्य सचिव डॉ.एके रविकुमार ने कहा कि ‘ रक्षकों की रक्षा करो’ के नारे का साथ हुआ विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा और इसकी वजह से अस्पतालों की चिकित्सा सेवाओं पर कोई असर नहीं पड़ा। उन्होंने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया कि प्रदर्शन के दौरान कोई चिकित्सा सेवा नहीं रोकी गई और मरीजों की देखरेख में बाधा उत्पन्न नहीं हुई। प्रदर्शन के दौरान कोविड-19 नियमों का अनुपालन किया गया। डॉ.रविकुमार ने बताया, ‘‘हमारे सदस्यों ने विरोध के प्रतीक के रूप में काली पट्टियां बाजू पर लगा रखी थीं। हमारी चिकित्सा सेवा और मरीज इससे अप्रभावित रहे।’’ इस दौरान विभिन्न अस्पतालों में जागरूकता पैदा करने के लिए बैनर और तख्तियां भी प्रदर्शित की गई।
Delhi: Indian Medical Association (IMA) is conducting a nationwide protest today, demanding a central law to protect doctors against violence.
Visuals from AIIMS. pic.twitter.com/Kgr8GB4LRO
— ANI (@ANI) June 18, 2021