Health News: पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। क्योंकि ये आपके दिन को पूरी तरह से डिस्टर्ब कर देती है। मेडिकल साइंस की भाषा में पाचन तंत्र की समस्याओं को IBS यानी इरिटेबल बाउल सिंड्रोम कहा जाता है। साथ ही इसे स्पैस्टिक कोलन, इर्रिटेबल कोलन, म्यूकस, कोलाइटिस जैसे नामों से भी जाना जाता है।
पाचन तंत्र की समस्या को अगर गंभीरता से नहीं लिया गया तो इसमें बहुत समस्याएं उत्पन्न हो जाती है। इसमें बड़ी आंत की तंत्रिकाएं और मांसपेशियां अति संवेदनशील हो जाती है।
सामान्यत: हमारी आंतों की मांसपेशियां एक निश्चित गति में फैलती और सिकुड़ती हैं। लेकिन कुछ लोगों में आंतों का यह संकुचन सामान्य से ज्यादा लंबा और अधिक मजबूत होता है, जिससे उनके पेट में बहुत तेज दर्द महसूस हो जाता है और इससे आपके भोजन के प्रवाह में भी रूकावटें पैदा हो जाती है। क्योंकि अगर भोजन का प्रवाह बहुत धीमा हो तो कब्ज और इसके तेज होने पार लूज मोशन की समस्या हो जाती है।
पाचन तंत्र कमजोर होने के प्रमुख लक्षण
- पेट में दर्द
- पेट का फूलना
- गैस बनना
- डायरिया या कब्ज़
- स्टूल में म्यूकस
- टॉयलेट जाने का निश्चित समय न होना।
- हर व्यक्ति में इसके अलग लक्षण हो सकते हैं।
इस कारण होती है गड़बड़ी
- आंतों की संरचना में गड़बड़ी
- इंफेक्शन
- फूड एलर्जी
- भोजन को पचाने वाले वाले गुड बैक्टीरिया की संख्या में कमी।
- जंक फूड
- सिगरेट, शराब का बहुत ज्यादा सेवन।
- मिर्च मसाले का ज्यादा सेवन आदि।