Packed Fruit Juice: गर्मी शुरू होने को है, और मार्केट में फल सब्जियों के दाम भी बढ़ते दिख रहे है। चाहे वह पैकेट के समान ही क्यों ना हो, इसी बीच एक चौकाने वाली खबर सामने आई है। पैकेट जूस आपको अस्वस्थ बना रहा है। आईए जानते है क्या है पूरा मामला है।
दुनिया भर में लोग पेप्सी कोका फ्रूट्स जूस पीते है, क्या आपको पता है। इससे हमारी हेल्थ पर क्या फर्क पढ़ता है। कुछ लोगों का कहना है कि फ्रूट ड्रिंक पियो हेल्थ अच्छी होगी, ये हेल्थ के लिए बहुत अच्छी होती है। आपने देखा होगा की ज्यादातर जो फ्रूट्स कोल्ड ड्रिंक के ऐड बनते है, उसमें बच्चों के ऐड ज्यादे होते है। इसमें इतना प्रोटीन है, स्टेमिना ये सब दिखाया जाता है एड में। पर असली कहानी कुछ और ही कहती है।
पैकेट जूस ये कुछ मायने तक सही है पर हेल्थ के लिए हानिकारक भी है। एक रिसर्च में दावा किया गया है कि पैकेट वाले फ्रूट जूस में शुगर (Sugar) की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और न सिर्फ शुगर, इसमें आर्टिफिशियल कलर (Artificial colour) और प्रिज़रवेटिव (Preservative) भी ज्यादा मात्रा में डाला जाता है।
डायबिटीज (Diabetes) का खतरा बढ़ जाता है।
पैकेट फ्रूट जूस का लगातार लंबे समय तक सेवन करने से आपको मोटापे की समस्या का खतरा रहता है। इसमें शुगर ((Sugar) की मात्रा ज्यादा होती है। जिसकी वजह से आपका वजन बढ़ सकता हैं। साथ ही डायबिटीज (Diabetes) का खतरा बढ़ जाता है।
पैकेट जूस में कैडमियम, कार्बनिक, आर्सेनिक और लेड (Lead) पाया जाता है। पैकेट जूस में पाए जाने वाले मेटल बच्चों के नर्वस सिस्टम (Nervous System) पर बुरा असर डालते हैं जिससे बच्चे के ब्रेन को भी नुकसान पहुंचता है। पैक्ड जूस के सेवन से गैस (Gas) की समस्या हो सकती है। जिसके चलते पाचन पर भी असर हो सकता है। पैकेट जूस में प्रिज़रवेटिव का इतना ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है कि यह सेहत को बिगाड़ने के लिए काफी है।
पैकेट बंद फ्रूट जूस पीने से डायरिया का खतरा
पैकेट बंद फ्रूट जूस पीने से आपको डायरिया (Diarrhoea), कब्ज (Constipation) और पाचन तंत्र से जुड़ी कई अन्य बीमारियों का खतरा रहता है। पैकेट वाले जूस में फाइबर की मात्रा बहुत कम होती है जिसकी वजह से इसका सेवन पाचन तंत्र के लिए खराब होता है। रोजाना पैकेज्ड फ्रूट जूस पीने वाले लोगों को इसका खतरा ज्यादा रहता है।पैकेटबंद जूस में आर्टिफिशियल कलर का भी इस्तेमाल होता है। यह कहने की जरूरत नहीं है कि आर्टिफिशियल कलर हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। हालांकि आर्टिफिशियल कलरों के इस्तेमाल से तमाम कंपनियां इसे फल विशेष के रंग में ढालने की कोशिश करती है, लेकिन इसके सेवन से शरीर को नुकसान होता है।