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Dizziness When Standing Up: अचानक खड़े होते ही आते हैं चक्कर, आंखों के सामने छा जाता है अंधेरा, वजह जान रह जाएंगे हैरान

Dizziness When Standing Up: अचानक खड़े होते ही आते हैं चक्कर, आंखों के सामने छा जाता है अंधेरा, वजह जान रह जाएंगे हैरान

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Ujjwal Jain
Dizziness When Standing Up: अचानक खड़े होते ही आते हैं चक्कर, आंखों के सामने छा जाता है अंधेरा, वजह जान रह जाएंगे हैरान

हाइलाइट्स 

  • अचानक खड़े होने पर ब्लड प्रेशर गिरता है
  • 65 साल से ऊपर वालों में आम है यह घटना
  • कुछ आसान तरीकों से मिल सकती है राहत
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Dizziness When Standing Up: क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है कि आप बिस्तर या कुर्सी से अचानक उठे और कुछ सेकंड के लिए आंखों के आगे अंधेरा छा गया? यह अनुभव भले अजीब लगे, पर ज्यादातर मामलों में यह शरीर की एक सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा होता है, जिसे ऑर्थोस्टैटिक हाइपोटेंशन (Orthostatic Hypotension) कहा जाता है।

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क्या है ऑर्थोस्टैटिक हाइपोटेंशन?

जब हम लंबे समय तक बैठे या लेटे रहते हैं और अचानक खड़े होते हैं, तो ब्लड प्रेशर कुछ सेकंड के लिए गिर जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि खड़े होते ही खून का एक हिस्सा पैरों में जमा हो जाता है। शरीर को इस बदलाव को संतुलित करने में थोड़ा समय लगता है, इसी दौरान हल्का चक्कर या आंखों के आगे अंधेरा महसूस होता है।

किसे ज्यादा करता है प्रभावित ?

शोध बताते हैं कि 65 वर्ष से अधिक उम्र के करीब 20 प्रतिशत लोगों को यह समस्या होती है। उम्र बढ़ने के साथ शरीर की प्रतिक्रिया धीमी हो जाती है, जिससे ब्लड प्रेशर के अचानक बदलाव को संभालना मुश्किल हो जाता है।
अगर यह समस्या कभी-कभी होती है और जल्दी ठीक हो जाती है, तो चिंता की बात नहीं। लेकिन बार-बार या लंबे समय तक चक्कर बने रहें, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।

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चक्कर आने से बचने के आसान उपाय

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दवाओं पर ध्यान दें

कुछ दवाएं ब्लड प्रेशर को प्रभावित कर सकती हैं। अगर आप ब्लड प्रेशर या अन्य दवाएं ले रहे हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें कि कहीं यही वजह तो नहीं।

शरीर को हाइड्रेटेड रखें

पानी की कमी से खून का वॉल्यूम घटता है, जिससे सुबह उठते समय चक्कर आ सकते हैं। दिनभर पर्याप्त पानी पीएं, लेकिन सोने से ठीक पहले ज्यादा पानी न पिएं।

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धीरे-धीरे उठें

नींद से उठने या लंबे समय तक बैठने के बाद तुरंत खड़े न हों। पहले कुछ सेकंड बैठें, हाथ-पैर हिलाएं, फिर धीरे से उठें। इससे ब्लड फ्लो संतुलित रहता है।

भोजन की आदतें बदलें

खाना खाने के बाद चक्कर आते हैं तो दिन में तीन बड़े भोजन की जगह चार–पांच छोटे भोजन करें। मैदा, सफेद ब्रेड और शुगरी ड्रिंक्स से परहेज करें।

हल्की एक्सरसाइज करें

सुबह की एक्सरसाइज ब्लड फ्लो को एक्टिव रखती है। लंबे समय तक एक ही जगह बैठने से बचें और बीच-बीच में शरीर को हरकत में रखें।

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कब डॉक्टर से संपर्क करें?

अगर खड़े होते ही बार-बार बेहोशी या गिरने जैसी स्थिति बनती है, तो इसे हल्के में न लें। यह किसी गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है। समय पर चिकित्सकीय जांच कराएं।

ज्यादातर मामलों में ऑर्थोस्टैटिक हाइपोटेंशन गंभीर नहीं होता और इसे कुछ जीवनशैली बदलावों से नियंत्रित किया जा सकता है। सही आदतें अपनाकर इस असहज स्थिति से आसानी से राहत पाई जा सकती है।

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