CG Police-BJP Controversy: छत्तीसगढ़ बलौदाबाजार के पलारी में पुलिस और बीजेपी नेताओं के बीच विवाद हो गया। घटना शुक्रवार रात की है। बीजेपी नेता यशवर्धन वर्मा पर दारू पार्टी करने और गुडांगर्दी करने का आरोप है। कथित रूप से नगर पंचायत अध्यक्ष ने थाने के अंदर पुलिस को धमकाते हुए खुद को सबसे बड़ा गुंडा बताया।
थाना प्रभारी के मुताबिक बीजेपी (CG Police-BJP Controversy) नेता अश्लीलता कर रहे थे। जब पुलिस स्टाफ को भेजा गया तो उनके साथ बदसलूकी की गई। इस मामले में जानकारी दी गई कि मौके पर पहुंचने वाले आरक्षक का कहना है कि उनके साथ मारपीट हुई और छोटा सिपाही भी कहा गया। अब इस मामले में राजनीति भी गरमाने लगी है। कांग्रेस ने बीजेपी नेताओं पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है।
पुलिस पर मारपीट का आरोप
इधर बीजेपी जिलाध्यक्ष सनम जांगड़े (CG Police-BJP Controversy) का कहना है कि यशवर्धन वर्मा सुलझे हुए नेता हैं। पुलिस वालों ने मारपीट की, इसलिए एक्शन हुआ है। इस मामले की निष्पक्ष जांच होना चाहिए। कांग्रेस पहले अपनी गिरेवां में झांके। उनके कितने नेता जेल में बंद हैं।
दारू पार्टी कर रहे थे बीजेपी नेता
जिले के पलारी थाने के बाहर नगर पंचायत (CG Police-BJP Controversy) पलारी के अध्यक्ष एवं बीजेपी नेता यशवर्धन मोनू वर्मा पर दारू पार्टी करने का आरोप है। यह घटना शुक्रवार देर रात को हुई। दारू पार्टी के दौरान बीजेपी नेता और पलारी पुलिसकर्मियों के बीच विवाद हो गया। इस दौरान बीजेपी नेता व पलारी नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन मोनू वर्मा ने विवादित बयान दिया। थाने के अंदर ही पुलिस अधिकारियों को धमकाते कहा उन्होंने खुद को सबसे बड़ा गुंडा बताया।
थाने में किया दो घंटे तक हंगामा
पलारी नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन मोनू वर्मा पर भी धमकी (CG Police-BJP Controversy) देने का आरोप है। इसी तरह भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. सनम जांगड़े अपने सैकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ थाने परिसर के अंदर 2 घंटे तक हंगामा किया। इस केस में पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। मीडिया के टीम जब नपा अध्यक्ष मोनू वर्मा का उनका बयान लेने पहुंची तो घर में नहीं मिले। उनका फोन भी स्वीच ऑफ आ रहा है।
सीएम के कार्यक्रम के बाद की थी पार्टी
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (CG Police-BJP Controversy) के कार्यक्रम के बाद शुक्रवार की रात को भाजपाइयों ने पलारी थाने के सामने दारू पार्टी की। इस पार्टी के दौरान गाड़ी में तेज साउंड में बीजेपी नेता गाना बजाने लगे।
पलारी नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा के साथियों के साथ शराब पीकर नाचने को लेकर पुलिस से विवाद हुआ। उसके बाद मामला बढ़ गया और भाजपा जनप्रतिनिधियों और पुलिसकर्मियों के बीच झूमाझटकी तक पहुंच गया। घटना की वजह से पुलिस थाना छावनी में तब्दील हो गया।
मैंने वहां स्टाफ को भेजा
थाना प्रभारी केसर पराग (CG Police-BJP Controversy) ने बताया कि जांच का फैसला अधिकारियों का है। यहां पर यशवर्धन वर्मा के साथ महिलाएं और उनके कार्यकर्ता थे। यहां अश्लीलता की जा रही थी। उसके बाद मैंने अपने स्टाफ को वहां भेजा। उसके बाद वह बदसलूकी करने लगे। उसके बाद उन्होंने हमारे उपर इल्जाम लगाने लगे।
नगर पंचायत अध्यक्ष ने की बदसलूकी
आरक्षक मनीष कुमार बंजारे (CG Police-BJP Controversy) ने बताया कि थाने के बाहर हंगामा हो रहा था। गाड़ी में म्यूजिक सिस्टम बढ़ा कर गाली दे रहे थे। तब हमारे थाना प्रभारी ने हमे मामला शांत कराने को कहा। हम गए तो नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा हमारे साथ बदसलूकी करने लगे। इस दौरान वह मारपीट करने लगे, मुझे छोटा सिपाही कह रहे थे।
नशे में हुड़दंग कर रहे बीजेपी नेता: कांग्रेस
कांग्रेस जिलाध्यक्ष बलौदाबाजार (CG Police-BJP Controversy) हितेंद्र ठाकुर ने प्रहार करते कहा कि शराब के नशे में हुड़दंग कर रहे भाजपा नेताओं के साथ पुलिस की हाथापाई हुई है। यह विवाद की बात सामने आई है। लेकिन भाजपा नेताओं के दबाव में थाना प्रभारी और दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया, जो सरकार की तानाशाही को दर्शाता है। जब पुलिस के साथ ही अन्याय हो तो आम जनता के न्याय की उम्मीद करना बेमानी है।
प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं यशवर्धन वर्मा
बीजेपी जिलाध्यक्ष सनम जांगड़े (CG Police-BJP Controversy) का कहना है कि यशवर्धन वर्मा उर्फ मोनू वर्मा हमारे पलारी नगर पंचायत के अध्यक्ष हैं। वह काफी प्रतिष्ठित आदमी हैं। पुलिसवाले उनसे उलझे और उनसे बिना कारण मारपीट किए। पुलिस प्रशासन ने संज्ञान लिया और आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हुई।
डिपार्टमेंटल जांच शुरू
इस मामले में एएसपी बलौदाबाजार में अभिषेक सिंह का कहना है कि इस मामले में फिलहाल तीन पुलिस वालों को सस्पेंड किया गया है। डिपार्टमेंटल जांच शुरू की जा रही है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। मामले की जानकारी होने पर पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने तत्काल कार्रवाई करते हुए थानेदार केशर पराग बंजारा के साथ आरक्षक राम मोहन राय और मनीष बंजारे को सस्पेंड कर दिया।
तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। फिलहाल सस्पेंड इसीलिए किया गया हैं कि जांच में बाधा न आए। यह कदम सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि किसी भी सार्वजनिक अधिकारी के साथ इस तरह की घटना न हो। देर रात भाजपा नेता थाने में हंगामा किया है। जांच टीम बना दी गई है। जांज के बाद कार्रवाई की जाएगी।
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