राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ों यात्रा कर रहे है, जल्द ही राहुल की यात्रा मध्यप्रदेश में प्रवेश करने जा रही है। राहुल की यह यात्रा 2023 के विधानसभा चुनाव के लिहाज से काफी अहम मानी जा रही है। राहुल की भारत जोड़ों यात्रा में देश से लेकर प्रदेश स्तर के नेता कदम ताल मिला रहे है, सबसे खास बात यह है कि राहुल की यात्रा के प्रभारी मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह खुद है। भले ही दिग्गी भारत जोड़ों यात्रा के प्रभारी हो लेकिन अब कांग्रेस के पोस्टरों और बैनरों में उनकी तस्वीर नजर नहीं आएगी।
दरअसल, दिग्विजय सिंह ने खुद अपनी तस्वीर पोस्टरों में लगाने से मना किया है। दिग्गी राजा ने खुद एक पत्र कमलनाथ को लिखा है। लेकिन नवंबर में राहुल की यात्रा मध्यप्रदेश में प्रवेश करने जा रही है, राहुल गांधी खुद आने वाले है लेकिन दिग्विजय सिंह का यह कदम कुछ अलग ही संकेतों की ओर इशारा कर रहा है। दिग्गी की इस मंशा को लेकर राजनैतिक गलियारों में चर्चा होने लगी है। क्योंकि राहुल की भारत जोड़ो यात्रा की योजना खुद दिग्विजय सिंह ने बनाई थी, खुद दिग्विजय सिंह कन्याकुमारी से कश्मीर तक साथ रहेंगे। ऐसे में दिग्विजय सिंह का यह कदम चर्चा का विषय बन गया है।
दिग्विजय सिंह ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को एक पत्र भेजा है, जिसमें उन्हें लिखा है कि मध्य प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा के ऑफिशियल बैनर पोस्टर में उनकी तस्वीर न लगाई जाए। दिग्विजय सिंह ने पत्र में लिखा है कि यात्रा के पोस्टर में सिर्फ कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की ही तस्वीरें होनी चाहिए। आपको बता दें कि 19 नवंबर तक भारत जोड़ो यात्रा बुरहानपुर के रास्ते मध्य प्रदेश में प्रवेश करेगी। जिसकी प्रदेश कांग्रेस ने पूरी तैयारियां कर ली है।
आपको बता दें कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश में 16 दिन में करीब 386 किलोमीटर की यात्रा का सफर तय करेगी। इस दौरान राहुल गांधी उज्जैन में वह बाबा महाकाल के दर्शन भी करने जाएंगे। इस दौरान राहुल एक विशाल जनसभा को भी संबोधित करेंगे। राहुल अपनी यात्रा के दौरान प्रदेश की करीब 6 लोकसभा सीटों को कबर करेंगे। जिनमें करबी 30 से अधिक विधानसभा सीटें होंगी।