भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश के उज्जैन में हाल ही में जिन लोगों के खिलाफ कथित तौर पर भड़काऊ नारेबाजी के कारण राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत मामला दर्ज किया गया है, दरअसल ये लोग काजी साहब जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे न कि पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे। राज्यसभा सदस्य सिंह ने रविवार रात को एक ट्वीट में कहा, फेक न्यूज के आधार पर काजी साहब जिंदाबाद को पाकिस्तान जिंदाबाद बता कर कई लोगों पर मुकदमे दायर हो गए। मध्य प्रदेश पुलिस को कार्रवाई करने के पूर्व वास्तविकता का पता लगा लेना चाहिए था। यदि गिरफ्तारी हुई है तो प्रकरण वापस लेना चाहिए। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार करते हुए ट्वीट किया, दिग्विजय सिंह अपनी तुष्टिकरण की सियासत के लिए देश विरोधी लोगों के पक्ष में खड़े होते आए हैं।
उनको ऐसे लोगों का नेतृत्व कर पाकिस्तान ले जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में तालिबानी सोच व राष्ट्र विरोधी मानसिकता वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उज्जैन मामले की नए सिरे से जांच नहीं होगी। उज्जैन की गीता कॉलोनी में मुहर्रम के एक कार्यक्रम के दौरान 19 अगस्त को पाकिस्तान समर्थक नारे लगाने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ रासुका लगाया गया है। पुलिस ने रविवार को बताया कि ऐसे नारे लगाने वाले 16 लोगों की पहचान की गई है और अन्य लोगों की पहचान के प्रयास जारी हैं। इस मामले में पुलिस ने एक दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ संबद्ध धाराओं में मामला दर्ज किया है। इस घटना पर सख्त प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहले ही कह चुके हैं कि उनकी सरकार तालिबान जैसी मानसिकता को बर्दाश्त नहीं करेगी।