Digital Arrest Case in Indore: मध्यप्रदेश में डिजिटल अरेस्ट के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इंदौर में एक महिला कारोबारी के साथ एक करोड़ 60 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। मामले में पीड़िता ने साइबर सेल में शिकायत दर्ज करवाई है।
आरोपियों ने महिला को ऑनलाइन कॉल कर सीबीआई और ईडी अधिकारी बनकर डराया-धमकाया। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसाने का बोलकर बैंक खाते की जानकारी ले ली। पैसों के वैरिफिकेशन के नाम पर रकम ऑनलाइन ट्रांसफर करवा लिए। यह इंदौर में तीन महीने में डिजिटल अरेस्ट का 65वां केस है।
घटना वंदना (40 साल) पति राजीव गुप्ता के साथ हुई है। महिला राठी ग्रुप में काम करती है। उन्होंने शिकायत में कहा कि उनके पास वीडियो कॉल आया। कॉलर ने ईडी अधिकारी बनकर बात की और कहा कि तुम्हारे बैंक अकाउंटस में अवैध लेनदेन हुए हैं। यह मनी लॉन्ड्रिंग मामला है। हमने नरेश गोयल नामक के शख्स को पकड़ा है। उसने आपके खाते में पैसे ट्रांसफर किए जाने की बात कही है। आपके अकाउंट का सत्यापन करना होगा।
एफडी तुड़वाकर ट्रांसफर करवाए पैसे
आरोपियों ने महिला को इस तरह धमकाया कि पीड़िता ने एक करोड़ की फिक्सड डिपॉजिट तोड़ दी। बदमाशों ने सत्यापन के नाम पर दूसरे अकाउंट में आरटीजीएस करवा लिए। साइबर फ्रॉड होने पर कहां करें शिकायत?
अगर आप डिजिटल अरेस्ट और साइबर फ्रॉड का शिकार होते हैं तो हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें। स्टेट साइबर सेल शिकायत पर कार्रवाई करेगी। बता दें इंटरनेशनल कॉल नहीं उठाने चाहिए। जब भी कोई कॉल आए तो पहले जांच-परख करें।
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साइबर फ्रॉड से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
- हमेशा ऑनलाइन खातों के लिए जटिल और अलग-अलग पासवर्ड का इस्तेमाल करें। पासवर्ड में बड़े, छोटे अक्षर, अंक और चिह्नों का मिश्रिण होना चाहिए।
- अनजान स्त्रोतों से आने वाले ईमेल, लिंक और अटैचमेंट्स को न खोलें। ये फिशिंग अटैक हो सकते हैं।
- अपने डिवाइस और सॉफ्टवेयर को अपडेट रखें, ताकि कोई भी सुरक्षा खामी का फायदा ना उठा सके।
- सार्वजनिक वाई-फाई का इस्तेमाल करने से बचें।
- जब भी ऑनलाइन शॉपिंग करें तो सुनिश्चित करें कि वेबसाइट सुरक्षित और विश्वसनीय हो।