Jhadu Kharidne ke Niyam: दीपावली को दो दिन बचे हैं। इस दौरान एकादशी से भाईदूज तक कई चीजों की खरीदारी की जाती है। आपके अक्सर सुना होगा कि इस दौरान झाड़ू खरीदना (Broom Boughting Tips) शुभ होता है।
तो चलिए ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री से जानते हैं कि झाड़ू की खरीदारी धनतेरस (Dhanteras par Jhadu Kharidna) पर करना ज्यादा शुभ (Shubh) होती है या दीपावली(Deepawali 2024 Niyam)। साथ ही जानेंगे कि पुरानी झाड़ू कहां और कब फेंकनी चाहिए।
धनतेरस या दीपावली कब खरीदना चाहिए झाड़ू
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार धनतेरस (Dhanteras 2024) और दीपावली (Diwali 2024) दोनों का संबंध माता लक्ष्मी से है। ऐसे ही झाड़ू का संबंध भी सफाई से ही होता है। झाड़ू खरीदने के दिन को कहा जाता है कि इसे धनतेरस और दीपावली किसी भी दिन खरीदा जा सकता है।
इसके बाद इसकी पूजा करके घर पर उपयोग करना चाहिए।
धनतेरस पर झाड़ू खरीदने से क्या होता है
बता दें, वास्तु शास्त्र के मुताबिक इस प्रकार से झाड़ू की पूजा करने से घर नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है और सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है। कर्ज से मुक्ति मिलती है और आर्तिक परेशानियां समाप्त हो जाती हैं।
आपको बता दें ज्योतिष, वास्तु एवं पुरानी मान्यताओं के अनुसार झाड़ू की वजह से भी हमारे घर में सुख शांति बढ़ती या घटती है। जिस तरह घर के कचरे में रखीं चीजें नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाती हैं।
तो वहीं घर में रखी झाड़ू हम सभी बुरी शक्तियों को बाहर कर देती हैं। तो चलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं झाडू से जुड़े कुछ वास्तु टिप्स। जिसमें हम आपको बताने जा रहे हैं कि आपको किस भी दिन नया झाड़ू खरीदना चाहिए साथ ही किस दिन पुरानी झाड़ू घर से बाहर निकाल फेकनी चाहिए।
रात को झाड़ू लगाने से क्या होता है
ज्योतिषाचार्य की मानें तो ऐसी अलग-अलग मान्यताएं हैं। कुछ मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि घर में सुबह और शाम दोनों टाइम सफाई करनी चाहिए। तो कुछ विद्वान शाम के समय सफाई करने की मनाही करते हैं।
हालांकि यह भी कहा जाता है कि सफाई भले ही दोनों टाइम करें लेकिन ये काम सूर्योस्त के पहले कर लेना चाहिए। सूर्योस्त के बाद और संध्या आरती के पहले सफाई की जा सकती है, लेकिन आरती के बाद ये काम नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं।
किसी दिन और कहां फेके पुरानी झाडू (Vastu Tips For jhaadoo)
वास्तु और ज्योतिष में जो नियम बताए गए है उसके अनुसार आपको जब भी पुरानी झाड़ू फेकना हो तो इसके लिए शनिवार, अमावस्या, होलिका दहन के बाद या ग्रहण के बाद का समय चुनना चाहिए।
वास्तु के अनुसार शनिवार या अमावस्या के दिन को झाड़ू फेकना सबसे उपयुक्त माना गया है। अगर आप भी इन दिनों में पुरानी या टूटी झाड़ू को घर से बाहर निकालते हैं तो आपके घर से नकारात्मक शक्तियां भी झाड़ू के साथ ही घर से बाहर निकल जाती हैं। साथ ही घर में सकारात्मकता का वास होता है।
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