रायपुर: छत्तीसगढ़ की सियासत किसान और धान मुद्दे के आस पास ही घूम रही है। धान के उठाव को लेकर कांग्रेस के केंद्र सरकार पर हमलावर होने के बाद बीजेपी भी अटैकिंग मोड में आ गई है। धान खरीदी को लेकर बीजेपी ने सरकार के खिलाफ जंगी प्रदर्शन का एलान किया है।
छत्तीसगढ़ में धान और किसान पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। केंद्र से धान के उठाव को लेकर पिछले दिनों से चल रही सियासी जंग अब और तेज होने वाली है। कांग्रेस ने केंद्र के खिलाफ मोर्चा खोला तो अब बीजेपी भी प्रदेश सरकार के खिलाफ मैदान में उतर रही है।13 जनवरी को बीजेपी ने विधानसभा पर जंगी प्रदर्शन का एलान किया है। इसके अलावा बीजेपी 22 जनवरी को सभी जिलों में भी किसान की लड़ाई लड़ने मैदान में उतरेगी।
बीजेपी के इस प्रदर्शन की तैयारी पर कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने चुटकी ली है। उन्होंने कहा ये लोकतंत्र के लिए अच्छा, विपक्ष को सक्रिय रहना चाहिए। मुख्यमंत्री बघेल ने धान और किसान मुद्दे को लेकर पूर्व सीएम रमन सिंह पर हमला बोला
दरअसल 2018 में धान और किसान ही वो मुद्दे थे जिनकी वजह से बीजेपी सत्ता से बाहर हो गई थी। तब कांग्रेस किसान कर्जमाफी और धान पर बोनस के वादे पर 15 साल बाद सत्ता में वापसी कर पाई थी। उसके बाद से दोनों दल पूरी तरह से समझ गए हैं कि किसान के बिना 2023 की राह आसान नहीं होगी। यही वजह है हर दिन और साल के बारह महीने किसान और धान सियासत का मुद्दा बना हुआ है।