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CG News: धमतरी निगम में तीन गुना ज्यादा कीमत पर खरीदी गई बेंच? BJP ने कहा- बेंचों को खरीद कर कबाड़ में रख दिया

Dhamtari Municipal Corporation Controversy: धमतरी निगम में तीन गुना ज्यादा कीमत पर खरीदी गई बेंच? BJP ने कहा- बेंचों को खरीद कर कबाड़ में रख दिया

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Harsh Verma
CG News: धमतरी निगम में तीन गुना ज्यादा कीमत पर खरीदी गई बेंच? BJP ने कहा- बेंचों को खरीद कर कबाड़ में रख दिया

Dhamtari Municipal Corporation Controversy: धमतरी नगर निगम में कास्ट आयरन बेंच की खरीदी को लेकर ताजा विवाद सामने आया है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि निगम ने इन बेंचों को बाजार मूल्य से तीन गुना अधिक कीमत पर खरीदी है।

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इसके अलावा, इन बेंचों को खुले में कबाड़ के साथ छोड़ दिया गया है। भाजपा ने महापौर से खरीदी की जांच की मांग की है।

भाजपा के पार्षद विजय मोटवारी ने लगाया ये आरोप

भाजपा के पार्षद विजय मोटवारी ने दस्तावेजों के साथ बताया कि निगम ने 2022 से अब तक तीन बार कास्ट आयरन बेंच खरीदी हैं। महापौर की अनुशंसा पर कुल 57 लाख रुपए की लागत से 340 बेंच खरीदी गईं, जिनकी कीमत लगभग 17 हजार रुपए प्रति बेंच पड़ी।

जबकि, बाजार में इन बेंचों की कीमत केवल 5 से 6 हजार रुपए है, यानी निगम ने इन्हें तीन गुना अधिक मूल्य पर खरीदा है।

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इन बेंचों के इस्तेमाल की कोई योजना नहीं थी: मोटवारी

इसके अलावा उन्होंने कहा कि इन बेंचों को कबाड़ के बीच खुले में छोड़ दिया गया है, और अब सवाल उठता है कि जब इन बेंचों के इस्तेमाल की कोई योजना नहीं थी, तो इन्हें क्यों खरीदा गया? भाजपा ने यह सवाल भी उठाया कि महापौर ने बिना यह जाने कि इन बेंचों का कहां इस्तेमाल होगा, क्यों खरीदी की अनुशंसा की।

महापौर ने आरोपों को राजनीतिक बताया

महापौर विजय देवांगन ने भाजपा के आरोपों को राजनीतिक बताते हुए खुद को इससे अलग करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि कोई भी खरीदी महापौर नहीं, बल्कि निगम प्रशासन करता है। महापौर केवल अनुशंसा करता है। इसके साथ ही, उन्होंने बेंच खरीदी की जांच कराने की चुनौती दी।

निकाय चुनाव में कांग्रेस को हो सकती है परेशानी

वहीं, भाजपा और महापौर के बीच आरोप-प्रत्यारोप के बीच नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियों में भी हलचल मची हुई है। 20-25 दिनों में आचार संहिता लागू हो सकती है। अगर बेंच खरीदी का मामला और तूल पकड़ता है, तो चुनाव के दौरान महापौर को इसका जवाब देना मुश्किल हो सकता है, और इसका असर कांग्रेस पर पड़ सकता है।

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