भोपाल। प्रदेश में डेंगू और चिकनगुना का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। राजधानी में बीते 24 घंटे में डेंगू के 22 नए मरीज मिले हैं। जिसके बाद राजधानी भोपाल में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 174 हो गई है। वहीं शहर में चिकनगुनिया ने भी दस्तक दे दी है। यहां अब तक चिकनगुनिया के 48 मरीज सामने आ चुके हैं। वहीं राजधानी के साथ इंदौर भी डेंगू और चिकनगुनिया की चेपट में आ रहा है। इंदौर में बीते 24 घंटे में डेंगू के 8 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद यहां डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 103 हो गई है। वहीं प्रदेश में लगातार बढ़ रहे डेंगू मामले को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की चिंता भी बढ़ने लगी है। हालांकि डेंगू की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है। जिला प्रशासन अब लोगों के घर जैकर जांच कर रहा है। अगर किसी के घर लार्वा मिल रहा है तो उनपर 500 रुपए का जुर्माना लगाया जा रहा है।
इंदौर में भी डेंगू का कहर
बता दें कि इंदौर सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित जिले में से एक था, वहीं अब जब यहां कोरोना मामले थमे ही थे कि डेंगू ने दस्तक दे दी है। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ती ही जा रही है। जिले में अब तक बंगाली चौराहा, प्रोफेसर कॉलोनी, मालवा मिल, स्नेहलतागंज, भवरकुआं, न्यू द्वारकापूरी, बर्फानी नवरतन बाग, विजय नगर, नंदा नगर समेत कई इलाकों में डेंगू के मरीज मिल चुके हैं। जानकारी के मुताबिक इस बार जो डेंगू के मरीज मिल रहे हैं उसमें 11 वर्ष से लेकर 45 वर्ष तक के मरीज शामिल है। वहीं अब तक जिले में डेंगू के कुल 100 से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं।
कैसे फैलता है डेंगू
डेंगू चार किस्मों के वायरस के संक्रमण से फैलता है। यह वायरस मादा एडीस मच्छर के काटने शरीर में फैल जाता है। डेंगू केवल गंदे पानी ही नहीं बल्कि साफ पानी में भी फैलता है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू के फैलने का खतरा बना रहता है। यह एक वायरस से होता है इसलिए इसकी कोई दवा या एंटीबायटिक नहीं है। डेंगू की चपेट में आने के बाद लोगों को तेज बुखार के साथ नाक बहना, खांसी, आखों के पीछे दर्द, जोड़ों के दर्द और त्वचा पर हल्के रैश जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इन लक्षणों के साथ ही कई बार लाल और सफेद निशानों के साथ पेट खराब, जी मिचलाना, उल्टी जैसी शिकायत भी इसमें देखने को मिलती है।