नई दिल्ली। दिलीप संघानी को भारतीय किसान उर्वरक सहकारी (इफको) संस्था का चेयरमैन चुना गया है। इफको ने एक बयान में कहा कि चुनाव बुधवार को हुआ था।
ग्रामीण व कृषि परिवेश को अधिक बेहतर बनाने के मार्गदर्शन में इफको पूर्ण समर्पित होकर आपके सराहनीय कार्य की प्रशंसा करता है। #इफको के अध्यक्ष के रूप में चुने जाने पर समस्त इफको परिवार की ओर से श्री दिलीप संघाणी जी को हार्दिक बधाई एंव शुभकामनाएं। @Dileep_Sanghani pic.twitter.com/eCqCsmLnx3
— IFFCO (@IFFCO_PR) January 19, 2022
11 अक्टूबर को पूर्व चेयरमैन का हुआ था निधन
11 अक्टूबर, 2021 को इफको के चेयरमैन बलविंदर सिंह नकई का निधन हो गया था। जिसकी वजह से ये चुनाव कराने पड़े हैं। इफको के निर्वाचित निदेशक मंडल ने सर्वसम्मति से दिलीप संघानी को सहकारिता का 17वां अध्यक्ष चुना वह पहले इफको के वाइस-चेयरमैन के रूप में कार्यरत थे। संघानी को वर्ष 2019 में इफको का वाइस-चेयरमैन चुना गया था।
प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण पर करेंगे काम
निर्वाचित होने के बाद संघानी ने कहा कि इफको किसानों और सहकारिता के लिए प्रतिबद्ध है और हम नरेंद्र मोदी के ‘सहकार से समृद्धि’ के दृष्टिकोण की तर्ज प्रधानमंत्री पर किसानों के लिए काम करना जारी रखेंगे।
किसानों की आय दोगुनी करने का सपना
इफको के प्रबंध निदेशक यू एस अवस्थी ने कहा, ‘‘किसानों की आय दोगुनी करने के सपने को पूरा करने के लिए हम प्रधानमंत्री के आत्मानिर्भर कृषि और आत्मानिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप प्रदर्शन करना जारी रखे हैं।’’
गुजकोमासोल के अध्यक्ष भी हैं संघानी
दिलीप भाई संघानी गुजरात राज्य सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (गुजकोमासोल) के अध्यक्ष भी हैं। वह इस पद पर 2017 से हैं। वह गुजरात सरकार के मंत्रिमंडल में कृषि, सहकारिता, पशुपालन, मत्स्य पालन, गाय-प्रजनन, जेल, उत्पाद शुल्क कानून और न्याय, विधायी और संसदीय मामलों के पूर्व मंत्री रहे हैं। वर्ष 2021 में, संघानी को भारत में सहकारी समितियों के शीर्ष निकाय, भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ (एनसीयूआई) के अध्यक्ष के पद के लिए चुना गया था। इफको देश की प्रमुख उर्वरक कंपनियों में से एक है। इसने नैनो यूरिया को लिक्विड (तरल) रूप में भी देश में पेश किया है।