Delhi: दिल्ली पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। बता दें कि दिल्ली के आजाद मार्केट में खिलौनों की फैक्ट्रियों से 41 बाल मजदूरों को छुड़ाया गया है। इस अभियान को अरविंद राणा, एसडीएम कोतवाली दरियागंज, श्रम विभाग, बाल विकास धारा, नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के बचपन बचाओ आंदोलन (BBA) और पुलिस टीम ने मंगलवार देर रात को अंजाम दिया था।
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फैक्ट्रियों को किया गया सील
दिल्ली पुलिस के साथ एनजीओ ने जब इन फैक्ट्रियों पर छापा मारा तब 13-17 वर्ष की आयु के बच्चों को नंगे पैर और फटे कपड़ों में पाया गया था। कार्रवाई में आजाद मार्केट के राम बाग रोड स्थित 12 फैक्ट्रियों को सील कर दिया गया है। उधर, फैक्ट्रियों के मालिकों के खिलाफ बारा हिंदूराव थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है।
आधी रात तक काम करवाया जाता था
मिली जानकारी के अनुसार, बच्चों को सुबह 9 बजे से आधी रात तक काम करने के लिए कहा जाता था। इसके साथ ही पर्याप्त भोजन और यहां तक कि सोने के लिए उन्हें जगह तक नहीं दी जाती थी। आधी रात में काम खत्म होने के बाद वे छोटे से कमरे में सो जाया करते थे। बताया जा रहा है कि बच्चे बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं।
खिलौनों की फैक्ट्रियों से बचाए गए 41 बच्चों को सबसे पहले मेडिकल टेस्ट कराया गया। बाद में बच्चों को बाल कल्याण समिति (CWC) के सामने पेश किया गया, जिसके बाद उन्हें आश्रय गृह में भेज दिया गया।
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अरविंद राणा, एसडीएम कोतवाली दरियागंज ने फैक्ट्रियों के मालिकों परबंधुआ मजदूर अधिनियम, बाल श्रम अधिनियम, जेजे अधिनियम और तस्करी अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है।