दिल्ली। देशभर में जहां द कश्मीर फाइल्स (The Kashmir Files) फिल्म के आने के बाद से कश्मीरी पंडितों का मुद्दा चर्चा में बना हुआ है वहीं पर कश्मीरी पंडितो को लेकर हाल ही में दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। जिसके तहत अब सरकार देश के कश्मीरी पंडितों को 3000 प्रतिमाह प्रदान करेगी।
दिल्ली उपमुख्यमंत्री सिसौदिया का बयान
आपको बताते चले कि, मीडिया से चर्चा करते हुए दिल्ली के वर्तमान उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने कहा कि, दिल्ली में कश्मीरी पंडितों को प्रति माह 3,000 रुपए प्रदान किए गए। देश भर के कश्मीरी पंडित कश्मीर वापस जाने का मौका चाहते हैं।CM केजरीवाल ने कश्मीरी पंडितों के लिए बहुत कुछ किया, दस्तावेज़ के अभाव में भी 223 शिक्षकों को स्थायी दर्जा, पेंशन प्रणाली को सुव्यवस्थित किया है। इसके अलावा मनीष सिसौदिया ने बीजेपी पर निशाना साधा है जिसमें कहा कि, BJP को कश्मीर फाइल की चिंता है, कश्मीरी पंडितों की चिंता नहीं है।
BJP को कश्मीर फाइल की चिंता है, कश्मीरी पंडितों की चिंता नहीं है। CM केजरीवाल ने कश्मीरी पंडितों के लिए बहुत कुछ किया, दस्तावेज़ के अभाव में भी 223 शिक्षकों को स्थायी दर्जा, पेंशन प्रणाली को सुव्यवस्थित किया: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया pic.twitter.com/TfDrO00t8C
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 28, 2022
1998 की घटना ने दहलाया
आपको बताते चले कि, कश्मीरी पंडितों के साथ किस तरह से अत्याचार हुए इसे लोग कश्मीरी फाइल्स फिल्म में देख चुके है वहीं पर इधर 25 जनवरी 1998 की घटना ने कश्मीरी पंडितों की व्यथा को व्यक्त किया है जिसमें इस दिन 25 जनवरी 1998 को कश्मीरी पंडितों का प्रतिनिधिमंडल घाटी में लौटने की संभावनाएं टटोलने श्रीनगर पहुंचा था। जहां वे मुस्लिम समुदाय की आवभगत कर यहां से बाहर निकलने के रास्ते खोज रहे थे उसी रात को गांदरबल के वंधामा में सेना की वर्दी में आए आतंकियों ने 23 कश्मीरी पंडितों की हत्या कर दी।