Delhi Meerut Rapid Rail: भारतीय रेलवे जहां समय-समय पर अपने यात्रियों को सुविधा देता रहता है वहीं पर हाईस्पीड ट्रेनों में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात देने के बाद अब जल्द ही राजधानी वासियों को एक और खुशखबरी मिल रही है जहां पर जल्द ही 3 हफ्तों में देश की पहली रैपिड रेल गाजियाबाद के साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक दौड़ने लगेगी। बता दें कि, खंड पर ट्रैक बनाने का कार्य पूरा हो गया है और अब ओवरहेड इक्विपमेंट लाइन के इंस्टालेशन का काम भी हाल ही में पूरा हुआ है।
जानें किन स्टेशनों पर रूकेगी
आपको बताते चलें कि, मार्च में आने वाली ये रेल सुविधा में 5 रूट होगे जिसमें साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो का नाम आता है। इसके अलावा यात्रा के दौरान यात्री यहां पर मोबाइल और कार्ड के माध्यम से भी टिकट खरीद सकेंगे. खास बात ये है कि रेल कोच के आखिरी डिब्बे में स्ट्रेचर का इंतजाम किया गया है. अगर किसी मरीज को मेरठ से दिल्ली रेफर किया जाता है तो इसके लिए एक अलग कोच की व्यवस्था है। जिससे मरीज को बिना किसी असुविधा के सहायता मिल सके। इसके अलावा दिव्यांगों के लिए अलग सीट्स तैयार की गई है, जिन्हें इस्तेमाल न होने की सूरत में मोड़ा जा सकेगा। इसके अलावा इस ट्रेन में हवाई जहाज की तरह सुविधा है जो वाईफाई की सुविधा, मोबाइल-यूएसबी चार्जर, बड़ी-बड़ी खिड़कियां, इंटेग्रेटेड एसी सिस्टम, ऑटोमेटिक डोर कंट्रोल सिस्टम, समान रखने की जगह, ड्राइवर से बातचीत के लिए सिस्टम, डायनेमिक रुट मैप, इंफोटेंटमेंट सिस्टम जैसी तमाम सुविधाएं मिलेगी।
जानिए कितना देना होगा किराया
यहां पर इस रेपिड रेल से सफर करने वाले यात्रियों को ट्रेन का किराया करीब 2 रुपये प्रति किमी देना होगा। जिसमें किराया बढ़ाने का अधिकार निजी एजेंसी को नहीं होगा. मेट्रो की तरह किराया कमेटी ही तय करेगी, जो जज की अध्यक्षता में बनती है. दिल्ली मेट्रो की सात लाइनों पर रैपिड लाइन की कनेक्टिविटी होगी. इसे मुनिरका, आईएनए और एरोसिटी से जोड़ा जाएगा। इसके अलावा दिल्ली से मेरठ के बीच साल 2025 में रैपिड ट्रेन का परिचालन किया जाना है. इस पूरे रेलवे कॉरिडोर को तीन खंड में पूरा किया जाना है. दूसरा फेज साहिबाबाद से मेरठ तक का होगा. यह फेज मार्च 2024 तक पूरा होगा. इसके बाद अंतिम फेज मेरठ के मोदीपुरम से दिल्ली के सराय काले खां तक होगा. इस फेज का काम 2025 तक शुरू हो जाएगा।
क्या आप जानते हो
यहां पर इसे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर परियोजना के तहत शुरू करने की योजना है जिससे राजधानी क्षेत्र की भीड़भाड़ कम हो सकेगी। वहीं पर जानकारी के लिए बताते चलें कि, दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस), केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार का 30,274 करोड़ रुपये का एक संयुक्त उद्यम है।यूपी सरकार ने चालू वित्तवर्ष में परियोजना के लिए 1,326 करोड़ रुपये आवंटित किए थे. आरआरटीएस प्रोजेक्ट के मुताबिक पूरे कॉरिडोर के साथ 24 स्टेशन बनाए जाएंगे।