हाइलाइट्स
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सुंदर नर्सरी में ‘उर्दू रामलीला’ का आयोजन
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रामलीला का मंचन करेंगे कलाकार
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उर्दू विरासत उत्सव में शहर की उर्दू रामलीला का मंचन
Urdu Ramleela: दिल्ली में ‘उर्दू विरासत महोत्सव’ में उर्दू में रामलीला का मंचन भी देखने को मिलेगा। दिल्ली सरकार के कला, संस्कृति और भाषा विभाग ने कार्यक्रम की तैयारियां कर ली हैं। ये आयोजन सुंदर नर्सरी में देखने को मिलेगा।
आयोजकों का कहना है कि 24 फरवरी को नाट्य समूह श्री श्रद्धा रामलीला ‘दास्तान-ए-रामायण: उर्दू में रामलीला’ का मंचन करेगा, जिसका मकसद दोनों संस्कृतियों के साझा मूल्यों का जश्न मनाना है।
बंटवारे की त्रास्दी झेलने के बाद भी सांस्कृतिक विरासत नहीं छोड़ी
रावण का अभिनय करने वाले श्रवण चावला बताते हैं कि देश बंटवारे के समय भारत के पश्चिम इलाके से आए लोग हिंदू उर्दू और पंजाबी पढ़ते और अच्छी तरह समझते हैं। इसलिए रामलीलाओं के संवाद आलेख भी हिंदी और उर्दू में हैं।
इनमें शेर-ओ-शायरी खूब हैं। विभाजन की त्रासदी में लाखों लोग इधर से उधर हुए। घर-बार छूट गए। लेकिन अपनी सांस्कृतिक विरासत नहीं छोड़ सके। उस संस्कृति की झलक इस रामलीला के मंचन में दिखाई देती हैं।
‘रामायण पर चर्चा करेगा पैनल‘
दिल्ली सरकार के कला और संस्कृति विभाग और उर्दू अकादमी का उर्दू हेरिटेज फेस्टिवल कई अन्य प्रदर्शनों का भी मंचन करेगा, जिसमें रामायण से जुड़े सांस्कृतिक आयामों का पता लगाने के लिए रामायण पर उर्दू के परिप्रेक्ष्य पर एक पैनल चर्चा भी शामिल है।
इसके अलावा, महोत्सव में ‘महफिल-ए-कव्वाली, ‘सूफी महफिल’, छात्रों के लिए गजल गायन प्रतियोगिता, एक काव्य प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता होगी।
ये कलाकार दिल्ली जाएंगे
श्रवण चावला (रावण), कुणाल चावला (राम), युगांधा वशिष्ठ (सीता), साहिब खरबंदा (लक्ष्मण), यर्थाथ (हिरण), कशिश चावला (अंगद), विजय कांटा, (मेघनाद), नरेंद्र मोहन कपूर (रावण के नाना माल्यवान), असवारी (नृत्यांगना), संगीतकार मनमोहन भारद्वाज, राजू भीमसेन, अंकित लूथरा-आदि।