Delhi Elections 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर, आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल विभिन्न वर्गों को साधने का प्रयास कर रहे हैं। बुधवार को उन्होंने मिडिल क्लास परिवारों की आवश्यकताओं पर चर्चा की और केंद्र सरकार से उनकी भलाई के लिए 7 प्रमुख मांगें कीं। केजरीवाल ने कहा कि मिडिल क्लास एक घर, बच्चों की अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं चाहता है।
मिडिल क्लास पर सबसे अधिक टैक्स बोझ
अरविंद केजरीवाल ने मिडिल क्लास पर सबसे अधिक टैक्स बोझ होने का आरोप लगाया, और कहा कि यह वर्ग केवल एटीएम बनकर रह गया है। उन्होंने बताया कि मिडिल क्लास की आधी से अधिक आय टैक्स में चली जाती है। आम आदमी पार्टी सड़क से संसद तक मिडिल क्लास की आवाज उठाएगी, और उनके सांसद आगामी बजट सत्र में इन मुद्दों को उठाएंगे।
‘मिडिल क्लास के लिए कोई कुछ नहीं करता’
केजरीवाल ने मिडिल क्लास के लिए एक मैनिफेस्टो जारी करते हुए कहा कि केंद्र सरकारें मिडिल क्लास को डराकर दबाए रखती हैं, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं करतीं। उन्होंने कहा कि सरकारें केवल टैक्स लगाने का काम करती हैं, लेकिन बदले में मिडिल क्लास को कुछ नहीं मिलता।
मिडिल क्लास देश की रीढ़
केजरीवाल ने कहा कि मिडिल क्लास (Arvind Kejriwal Middle Class) देश की रीढ़ है और यह वर्ग बेहतर नौकरी, घर, शिक्षा और स्वास्थ्य की आकांक्षा रखता है। उन्होंने बताया कि सरकारें न तो अच्छे स्कूल और अस्पताल बना रही हैं और न ही रोजगार की सुरक्षा दे पा रही हैं।
उन्होंने बताया कि जीने से लेकर मरने तक हर चीज पर टैक्स लगाया जा रहा है, जिससे मिडिल क्लास के लिए परिवार योजना भी एक वित्तीय निर्णय बन गई है।
2 लाख से अधिक लोगों ने छोड़ा देश
केजरीवाल ने बताया कि 2023 में 2 लाख से अधिक लोगों ने देश छोड़ दिया है, जो कि देश का भविष्य हो सकते थे। उन्होंने सरकार पर जनता के पैसे को उद्योगपतियों के कर्ज माफ करने में बर्बाद करने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी सरकार जनता का पैसा जनता पर खर्च करती है।
उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार ने शिक्षा का बजट 5 हजार करोड़ से बढ़ाकर 16 हजार करोड़ कर दिया है, और 4 लाख बच्चों ने निजी स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में प्रवेश लिया है। उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में बिजली और पानी के बिल कम हुए हैं, और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार किया गया है।
सरकार ने मिडिल क्लास बनाया मानसिक रूप से गुलाम
केजरीवाल ने कहा कि मिडिल क्लास (Arvind Kejriwal Middle Class) के सीनियर सिटिजन्स के लिए मुफ्त इलाज की योजना लागू की जाएगी, क्योंकि उन्होंने अपनी जिंदगी में भारी टैक्स चुकाया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने मिडिल क्लास को मानसिक रूप से गुलाम बना दिया है और उनके कल्याण के लिए किए गए कार्यों को ‘फ्री की रेवड़ी’ कहकर अपमानित किया जाता है।
केजरीवाल की 7 मांगें
उन्होंने ऐलान किया कि आम आदमी पार्टी सड़क से संसद तक मिडिल क्लास के मुद्दों को उठाएगी। केजरीवाल ने केंद्र सरकार से मिडिल क्लास के लिए 7 मांगें रखीं:
- शिक्षा का बजट 2% से बढ़ाकर 10% किया जाए।
- उच्च शिक्षा के लिए सब्सिडी और स्कॉलरशिप दी जाए।
- हेल्थ बजट को 10% किया जाए और हेल्थ इंश्योरेंस से टैक्स हटाया जाए।
- इनकम टैक्स की छूट सीमा को 7 लाख से बढ़ाकर 10 लाख किया जाए।
- आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी खत्म किया जाए।
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए मजबूत रिटायरमेंट प्लान और मुफ्त इलाज की व्यवस्था हो।
- रेलवे में बुजुर्गों को मिलने वाली छूट को फिर से लागू किया जाए।
ये भी पढ़ें: करोड़ों में बिका ओलिंपिक 1904 का ये गोल्ड मेडल