Arvind Kejriwal Custody: दिल्ली के Rouse Avenue Court ने मंगलवार 23 अप्रैल को अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत 7 मई तक बढ़ा दी।
इसके पहले केजरीवाल की कस्टडी 1 अप्रैल से 15 अप्रैल, फिर उसके बाद 23 अप्रैल तक बढ़ाई गई थी। कोर्ट के इस आदेश के बाद केजरीवाल अब Lok Sabha Elections के दूसरे (26 अप्रैल) और तीसरे (7 मई) फेज की वोटिंग के दौरान भी जेल में रहेंगे।
केजरीवाल के अलावा BRS नेता के. कविता और एक अन्य आरोपी चरनप्रीत की कस्टडी भी 7 मई तक बढ़ा दी गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सुनवाई के दौरान कहा कि के.कविता के केस में एजेंसी 60 दिन में Charge Sheet file करेगी।
सुप्रीम कोर्ट में लंबित है केजरीवाल की याचिका
दिल्ली के मुख्यमंत्री की एक याचिका (petition) सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, जिसमें उन्होंने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में Enforcement Directorate द्वारा 21 मार्च को उनकी गिरफ्तारी को चुनौती दी है।
अदालत ने 15 अप्रैल को मामले की सुनवाई की, लेकिन Enforcement Directorate का जवाब आने तक केजरीवाल को तत्काल राहत देने से इनकार कर दिया।
केजरीवाल को दी गई इंसुलिन
अरविंद केजरीवाल के रक्त में Sugar की मात्रा बढ़ने के बाद उन्हें Insulin दी गई। Tihar Jail के अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
तिहाड़ के एक अधिकारी ने कहा, ‘अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के चिकित्सकों की सलाह पर केजरीवाल को सोमवार शाम को कम ‘डोज’ वाली इंसुलिन की दो यूनिट दी गईं। ’
9 अप्रैल को हाईकोर्ट ने कहा था- अरेस्ट सही
केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी और उसके बाद जांच एजेंसी की हिरासत में भेजे जाने को लेकर Delhi High Court में याचिका लगाई थी। हाईकोर्ट ने 9 अप्रैल को उनकी petition rejected कर दी थी।
कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि केजरीवाल बार-बार समन भेजने के बावजूद जांच में शामिल नहीं हुए। इसलिए ED के पास उन्हें गिरफ्तार करने का ही विकल्प बचा था।
ED ने हमारे सामने पर्याप्त सबूत पेश किए। हमने बयानों को देखा, जो बताते हैं कि गोवा के चुनाव के लिए liquor scam का पैसा भेजा गया था।
सिसोदिया इसी मामले में जेल में,
केजरीवाल से पहले शराब नीति केस (liquor policy case) में AAP नेता मनीष सिसोदिया और संजय सिंह की भी गिरफ्तारी हुई थी। सिसोदिया 26 फरवरी 2023 से जेल में बंद हैं।
संजय सिंह को ED ने 4 अक्टूबर 2023 को गिरफ्तार किया था। इसी महीने 2 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी थी। तिहाड़ में छह महीने रहने के बाद 3 अप्रैल को वो बाहर आए थे।