हाइलाइट्स
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विनेश मामले में फैसला टला
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अब 16 अगस्त को आएगा फैसला
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दूसरी बार बढ़ी फैसले की तारीख
Vinesh Phogat: पेरिस ओलंपिक में वजन ज्यादा होने की वजह से डिस्क्वालिफाई की गईं रेसलर विनेश फोगाट के मामले में फैसला टल गया है। आज रात 9.30 बजे CAS फैसला सुनाने वाला था, लेकिन अब 16 अगस्त को फैसला आएगा। विनेश फोगाट को सिल्वर मेडल मिलेगा या नहीं ये 16 अगस्त को पता चलेगा।
ऑस्ट्रेलियाई जज सुनाएंगी फैसला
डॉ. एनाबेले बेनेट एसी एससी इस मामले में फैसला सुनाएंगी। आमतौर पर एड-हॉक पैनल को फैसला सुनाने के लिए 24 घंटे का समय दिया जाता है, लेकिन अब फैसले की तारीख फिर आगे बढ़ा दी गई है।
3 घंटे तक हुई थी सुनवाई
9 अगस्त को CAS ने 3 घंटे तक सुनवाई की थी। इस दौरान विनेश (Vinesh Phogat) भी वर्चुअली मौजूद रहीं थीं। भारतीय ओलिंपिक संघ (IOA) की ओर से सीनियर वकील हरीश साल्वे ने विनेश का पक्ष रखा।
विनेश ने नहीं की थी अर्जेंट फैसले की मांग
CAS ने शुक्रवार को कहा था कि विनेश फोगाट ने अर्जेंट फैसले की मांग नहीं की है। इसके बाद भी प्रक्रिया को तेजी से निपटाया जाएगा। ये केस अब सोल ऑर्बिट्रेटर को भेजा है।
स्वीकार की गई थी विनेश की अपील
विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) ने बुधवार को फाइनल में शामिल होने की अनुमति मांगी थी।
अनुमति नहीं मिलने के बाद उन्होंने संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल देने की अपील की थी।
तब उनका वजन वेट कैटेगरी के मुताबिक था। विनेश की अपील स्वीकार कर ली गई थी।
विनेश क्यों हुई डिस्क्वालिफाई
फाइनल मैच से पहले विनेश (Vinesh Phogat) को 100 ग्राम ज्यादा वजन होने के चलते अयोग्य घोषित कर दिया गया था,
जबकि शुरुआती दौर से पहले किए गए वजन में विनेश 50 किग्रा वेट कैटेगरी की तय सीमा से कम थी। ऐसे में विनेश ने ज्वॉइंट सिल्वर मेडल की मांग की है।
इस मामले पर CAS ने कहा, ‘हम विनेश के केस में प्रक्रियाएं तेजी से कर रहे हैं, लेकिन उनकी अपील पर एक घंटे में फैसला देना संभव नहीं है।
इस मामले में पहले यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग का पक्ष सुना जाना जरूरी है। फैसला डॉक्टर एनाबेल बेनेट को करना है।
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थॉमस बाक ने कहा था- हम कोर्ट का निर्णय मानेंगे
विनेश (Vinesh Phogat) के मामले में इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (IOC) के अध्यक्ष थॉमस बाक ने एक वर्ग में दो सिल्वर मेडल देने के सवाल पर ना कहा, साथ ही कहा यदि आप सामान्य रूप से एक वर्ग में दो सिल्वर मेडल दिए जाने के बारे में पूछ रहे हैं।
मुझे लगता है कि इंटरनेशनल फेडरेशन के नियम का पालन किया जाना चाहिए। वेट कट का फैसला यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग का था।
यदि हम 100 ग्राम के साथ अनुमति देते हैं तो 102 ग्राम के साथ क्यों नहीं देंगे? अब यह मामला कोर्ट में है।
अब हम CAS के निर्णय का पालन करेंगे। फिर भी फेडरेशन को अपने नियमों को लागू करना है। यह उनकी जिम्मेदारी है।