Elephants Died In Bandhavgarh: उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में गुरुवार को दसवें हाथी की मौत से हड़कंप मच गया। जंगल में हाथी अचानक बेहोश होकर गिर पड़ा था। बांदवगढ़ में हाथियों की लगातार हो रही मौत के पीछे की वजह (Elephants Died In Bandhavgarh) सामने आई है।
दरअसल, इन हाथियों की मौत के पीछे की वजह कोदो-कुटकी की फसल बताई जा रही है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने घटनास्थल के आसपास ट्रैक्टर चलवा कर कोदो-कुटकी की फसल को जला दिया है।
उमरिया: बांधवगढ़ में 10 हाथियों की मौत से मचा हड़कंप, इन हाथियों में 1 नर और 9 मादा हाथी #MadhyaPradeshNews #madhyapradesh #MPNews #umariya #bandhvgadh #elephant pic.twitter.com/L79xIbJDIh
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) November 1, 2024
बता दें कि मरे हुए हाथियों में 1 नर और 9 मादा थे। हाथियों के शवों का परीक्षण किया जा रहा है। शुरुआती जांच में कोदो में जहर (Elephants Died In Bandhavgarh) होने की बात सामने आ रही है। इसकी तथ्यात्मक पुष्टि फॉरेंसिक लैब जांच रिपोर्ट के बाद ही हो सकेगी।
ये मामला (Elephants Died In Bandhavgarh) केंद्र सरकार तक पहुंच गया है। वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो दिल्ली ने जांच के लिए SIT बनाई है। हाथियों को जहर देने की आशंका जताई जा रही है। हाथियों को जहर किसने और कैसे दिया इसकी जांच SIT करेगी। टीम गुरुवार को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व पहुंची थी।
5 संधिग्धों से पूछताछ जारी!
स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स ने बुधवार को डॉग स्क्वॉड की मदद से 7 खेतों और 7 घरों की तलाशी की गई थी। 5 संदिग्ध लोगों को अरेस्ट करके पूछताछ (Elephants Died In Bandhavgarh) की गई।
‘गजराज’ का दुश्मन कौन ?
फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की इन्वेस्टिगेटिव टीम के हैड PCCF एल. कृष्णमूर्ति ने गुरुवार को बताया कि शिकार और जहर देने के पहलुओं पर जांच (Elephants Died In Bandhavgarh) चल रही है। इससे पता चलेगा कि हाथियों को जहर किसने और कैसे दिया। क्या जहर जानबूझकर दिया गया या फसलों के कीटनाशक के कारण हाथियों की जान गई।
इस मामले (Elephants Died In Bandhavgarh) में वन विभाग को रिसोर्ट संचालकों पर भी शक है। हालांकि, अभी कोई सबूत नहीं मिला है, लेकिन इसकी आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
ये भी पढ़ें…बांधवगढ़ में एक और हाथी की मौत: टाइगर रिजर्व में बेहोश होकर गिरा दसवां हाथी, जांच के लिए भोपाल से पहुंची STF