हाइलाइट्स
- दतिया में एएसआई ने फांसी लगाकर की आत्महत्या।
- थाना प्रभारी सहित चार लोगों पर लगाए गंभीर आरोप।
- वीडियो में कहा- TI और आरक्षक कर रहे प्रताड़ित।
Madhya Pradesh Datia Assistant Sub -Inspector (ASI) Pramod Suicide Case Update : मध्य प्रदेश के दतिया के पुलिस विभाग से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां गोदन थाने में तैनात 55 वर्षीय सहायक उपनिरीक्षक (ASI) प्रमोद पावन ने मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। एएसआई का शव मंगलवार सुबह थाना परिसर के सरकारी आवास में फंदे पर लटका मिला। सूचना मिलते ही पुलिस कमरे पर पहुंची और शव को फंदे से उतारकर जांच शुरू की। प्रमोद भिंड जिले के बम्बनपुरा गांव के रहने वाले थे।
मौत को गले लगाने से कुछ घंटे पहले एएसआई ने वीडियो बनाकर थाना प्रभारी अरविंद भदौरिया सहित चार लोगों पर प्रताड़ना समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने तीन वीडियो बनाए और अपने बेटे को भेजे थे। जो अब सामने आए हैं। अब मामले में पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार वर्मा ने एक्शन लेते हुए टीआई भदौरिया और आरक्षक रूपनारायण को लाइन अटैच कर दिया है। प्रदीप शर्मा को गोदन थाने का नया टीआई नियुक्त किया है। साथ ही मामले में जांच शुरू कर दी गई है।
थाना प्रभारी और ड्राइवर चला रहे हैं अवैध कारोबार
दतिया जिले के गोदन थाने में आत्महत्या करने वाले एएसआई प्रमोद पावन ने अपने पहले वीडियो में जो बातें कहीं, वो पुलिस महकमे को कटघरे में खड़ा करती हैं। वीडियो की शुरुआत में प्रमोद खुद बताते हैं:
“मैं प्रमोद पावन, गोदन थाने में एएसआई पद पर कार्यरत हूं…”
इसके बाद वे उस दिन की घटना का जिक्र करते हैं जब उन्होंने वाहन चेकिंग के दौरान एक अवैध रेत से लदा ट्रैक्टर पकड़ा, जिसके पास कोई वैध दस्तावेज नहीं थे। प्रमोद के अनुसार, ट्रैक्टर छुड़वाने के लिए थाना प्रभारी अरविंद सिंह भदौरिया और आरक्षक ड्राइवर रूपनारायण (उर्फ लकी) ने सीधे हस्तक्षेप किया। उनका दावा है कि उस ट्रैक्टर का मालिक रेत माफिया बबलू यादव उर्फ अरविंद यादव था।
प्रमोद ने वीडियो में बताया है कि बबलू यादव एक प्रभावशाली रेत माफिया है, जिसकी रेत की टालें उसके घर के सामने ही मेन रोड पर लगी हैं। प्रमोद आरोप लगाते हैं कि यह सब टीआई और ड्राइवर की मिलीभगत से चल रहा है।
वे कहते हैं, “मैंने ट्रैक्टर ट्राली पकड़ा, लेकिन जबसे छुड़वाया गया है, मुझे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है।”
वे कहते हैं कि बबलू यादव न सिर्फ रेत का अवैध कारोबार करता है, बल्कि उदीना और थरेट के बीच खुलेआम जुआ भी खिलवाता है, जिसमें थाना प्रभारी भी शामिल हैं। प्रमोद के मुताबिक, थरेट थाना प्रभारी अनफासुल हसन ने भी बबलू के कहने पर उनकी झूठी शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर करवाई। इनके दम पर माफिया बबलू यादव ने जान से मारने की धमकी दी। बबलू ने कहा कि तूझे ट्रैक्टर से कुचलकर मार देंगे। साथ ही जातिसूचक अपशब्द से भी कहे गए हैं। मुझे प्रताड़ित किया जा रहा हैं।
छुट्टी नहीं दी, जातिसूचक शब्दों से किया अपमानित
आत्महत्या करने से पहले एएसआई प्रमोद ने कहा कि उन्हें छुट्टी नहीं दी जा रही, और पिछले सात दिनों से वे एसपी से मिलने की कोशिश कर रहे थे, उन्हें लगातार 24 घंटे की ड्यूटी दी जाती थी, थाने से बाहर नहीं जाने दिया जाता था। थाना प्रभारी उन्हें थाने से बाहर नहीं जाने दे रहे थे।
वे साफ कहते हैं, “मुझे जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया गया, लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।” टीआई अरविंद भदौरिया, थरेट टीआई अनफासुल हसन, गोदन थाने के ड्राइवर रूपनारायण यादव और रेत व्यवसायी बबलू यादव ने उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। इनके मैं बहुत परेशान हूं।
प्रमोद ने यह भी आरोप लगाया कि थरेट क्षेत्र में चल रहे सभी अवैध ट्रैक्टर और जुए की वसूली ड्राइवर रूपनारायण के माध्यम से की जा रही है, और वह इस काम में बीते चार वर्षों से संलिप्त है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कुछ स्थानीय लोगों के नाम भी लिए:
- गोदन में: दिनेश सरपंच
- सोडा में: रामराजा यादव
- बागपुरा में: छोटू यादव
- उदीना में: रामलखन यादव
प्रमोद का कहना है कि ये सभी लोग जुआ संचालन में शामिल हैं और ड्राइवर रूपनारायण के रिश्तेदार हैं। उन्होंने वीडियो में निवेदन किया कि इस पूरी साठगांठ की निष्पक्ष जांच कराई जाए।

सुसाइड से पहले बनाए थे तीन वीडियो
एएसआई प्रमोद पावन ने फांसी लगाने से पहले तीन वीडियो बनाए थे, जिसमें मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने 7, 18 और 21 जुलाई को वीडियो बनाए थे और सुसाइड से पहले रात को बेटे को भेजे। सुबह जब बेटे धीरेंद्र ने वीडियो देखा तो वह घबरा गया। तुरंत पिता को कॉल किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला तो परिवार अपने परिचित थाने भेजा।
उसने बताया कि कमरे का दरवाजा बंद है, इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो अंदर प्रमोद का शव फंदे से लटका हुआ। आत्महत्या की खबर लगते ही परिवार में कोहराम मच गया। थाने पहुंचा बेटा धीरेंद्र पिता को फंदे पर लटका देख बिलख उठा। जानकारी के अनुसार एएसआई ने मामले में एसपी से शिकायत कर आवेदन दिया था। इसमें उन्होंने आरोप लगाते हुए प्रताड़ना का जिक्र है।

बेटे और परिवार ने की न्याय की मांग
एएसआई प्रमोद पावन की मौत के बाद उनके बेटे धीरेन्द्र पावन ने भावुक अपील करते हुए प्रशासन से न्याय की मांग की। उन्होंने कहा,
“मेरे पिता ने अपने आखिरी वीडियो में जिन अधिकारियों के नाम लिए हैं, उनके खिलाफ बिना किसी देरी के कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। यह सिर्फ आत्महत्या नहीं, बल्कि सुनियोजित मानसिक प्रताड़ना का मामला है।”
घटना के बाद दतिया के पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार वर्मा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि, “यह एक अत्यंत दुखद और संवेदनशील मामला है। निष्पक्षता बनाए रखने के लिए जांच की जिम्मेदारी डीएसपी रैंक के अधिकारी को सौंपी गई है।”
एसपी ने आश्वासन दिया कि वीडियो फुटेज और अन्य सभी उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर हर पहलू की बारीकी से जांच की जाएगी, और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कानून के तहत सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। मामले में एसपी ने कार्रवाई करते हुए एसपी ने थाना प्रभारी अरविंद भदौरिया और आरक्षक रूपनारायण को लाइन अटैच कर दिया है। इधर, गोदन थाना प्रभारी अरविंद भदौरिया ने सभी आरोपों को निराधार बताया है।
ऐसी ही ताजा खबरों के लिए बंसल न्यूज से जुड़े रहें और हमें X, Facebook, WhatsApp, Instagram पर फॉलो करें। हमारे यू-ट्यूब चैनल Bansal News MPCG को सब्सक्राइब करें।