नई दिल्ली। हम उस आधुनिक दौर में रह रहे हैं जहां डेटा प्राइवेसी सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। अगर कोई हमारा डेटा चोरी कर लेता है तो हम मुश्किल में फंस सकते हैं। वहीं आज गूगल प्ले स्टोर पर कई ऐसे ऐप्स मौजूद हैं जो यूजर्स का डेटा चोरी करते हैं। हम जाने-अनजाने में इन ऐप्स का इस्तेमाल कर रहे होते हैं और वो हमारे निजी डेटा को चोरी कर रहे होते हैं। ऐसे में डेटा सिक्योरिटी के लिए काम करने वाला फर्म Trend Micro ने एक ऐसे ही ऐप के बारे में पता लगाया है जो हमारे निजी डेटा को इस्तेमाल कर सकता है।
ऐप में कई खामियां पाई गई
ट्रेंड माइक्रो ने लोगों से इस पॉपुलर फाइल शेयरिंग ऐप को इस्तेमाल नहीं करने की अपील की है। उन्होंने बताया कि इस ऐप में कई खामियां पाई गई हैं। ऐप कंपनी यूजर्स की डेटा को लीक कर सकती है। हालांकि भारत ने इस ऐप को पहले ही बैन कर दिया है। जिसके बाद यह ऐप अब भारत में प्ले स्टोर से डाउनलोड नहीं किया जा सकता। लेकिन अभी भी कई ऐसे यूजर हैं जो पहले से ही डाउनलोड किए गए ऐप को इस्तेमाल कर रहे हैं। इस ऐप का नाम है Shareit। इस ऐप को साल 2019 में ग्लोबली 10 सबसे ज्यादा डाउनलोड किए जाने वाले ऐप्स में शामिल किया गया था। यानी आप इसी बात से समझ सकते हैं कि इस ऐप को कितनी बड़ी संख्या में लोग इस्तेमाल कर रहे हैं।
मालवेयर को फोन तक पहुंचाया जा सकता है
ट्रेंड माइक्रों के एक सिक्योरिटी रिसर्चर ने बताया कि शेयरइट में कई ऐसी खामियां ढूंढी गई हैं। जिससे यूजर्स के निजी डाटा को लीक किया जा सकता है। इसके लिए मालवेयर से प्रभावित कोड को ऐप के सहारे फोन तक पहुंचाया जा सकता है और फिर मनचाहे कोड को एग्जीक्यूट किया जा सकता है। ट्रेंड माइक्रों ने इस बात की जानकारी गूगल को भी दे दी है। हालांकि गूगल ने अभी तक इस ऐप को लेकर कोई कदम नहीं उठाया है।
ऐप डाउनलोड के समय कई परमिसन मांगता है
मालूम हो कि साइबर सिक्योरिटी फर्म इस ऐप पर तीन महीने से रिसर्च कर रहा था। जिसमें कई बड़े खुलासे हुए हैं। फर्म ने रिसर्च रिपोर्ट को शेयरइट के साथ भी साझा किया है। लेकन अभी तक कंपनी की ओर से कोई भी प्रतिक्रिया फर्म को नहीं दिया गया। वहीं जब आप गूगल प्ले स्टोर से इस ऐप को डाउनलोड करते हैं तो आपसे कई परमिशन मांगे जाते हैं। जिसे आप हड़बड़ी में देते जाते हैं। ऐप इन परमिशनों में सभी मीडिया, कैमरा, माइक्रोफोन और लोकेशन की जानकारी लेता है। साथ ही कंपनी ऐप को डिलीट कर सकता है। स्टर्टअप को रन कर सकता है या इसके अलावा अकाउंट और पासवर्ड क्रिएट करने के साथ-साथ कई काम कर सकता है।
भारत में बैन है शेयरइट
अब आप खुद ही समझ सकते हैं कि जब इस ऐप को इस्तेमाल करने के लिए इतने सारे परमिशन मांगे जाते हैं तो यह किसी भी प्रकार से सेफ नहीं है। इस ऐप के माध्यम से यूजर्स के प्राइवेट और सेंसटिव डेटा को आसानी से चुराया जा सकता है। हालांकि भारत के लिहाज से अच्छी बात ये है कि सरकार ने नवंबर 2020 में टिकटॉक समेत जिन 57 चीनी ऐप्स को बैन किया था उसमें शेयरइट भी शामिल था।