/bansal-news/media/post_attachments/PRD_BansalNews/CG-Minister-PA-FIR-1.webp)
Dantewada Naxal Operation
हाइलाइट्स
6 नक्सली मौके से गिरफ्तार
5 किलो जिंदा IED बरामद
DRG-CRPF का सफल ऑपरेशन
Dantewada Naxal Operation: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके में सुरक्षाबलों को एक बड़ी सफलता मिली है। जिले के मंगनार रोड पर नक्सलियों की साजिश को विफल करते हुए DRG, CRPF और थाना बारसूर पुलिस की संयुक्त टीम ने 6 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई के दौरान सुरक्षाबलों ने 5 किलो का जिंदा प्रेशर IED, फावड़ा, सबल और अन्य नक्सली सामग्री भी बरामद की है।
नक्सलियों की साजिश नाकाम
https://twitter.com/BansalNews_/status/1977019633103499513
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षाबलों को मंगनार रोड इलाके में कुछ संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही DRG और CRPF की संयुक्त टीम ने इलाके में घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया। इसी दौरान जंगल के किनारे संदिग्ध रूप से घूम रहे 6 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में नक्सलियों ने कबूल किया कि उन्होंने मंगनार रोड पर पुलिस पार्टी को निशाना बनाने के लिए IED प्लांट किया था, ताकि गश्ती टीम को नुकसान पहुंचाया जा सके। सुरक्षाबलों की सतर्कता से यह बड़ी साजिश नाकाम हो गई और मौके से बरामद विस्फोटक को बम डिस्पोजल टीम ने सुरक्षा मानकों के तहत निष्क्रिय कर दिया।
गिरफ्तार नक्सलियों में शामिल कुख्यात नाम
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए नक्सलियों में अनिल उर्फ कचनू सलाम, जमुना उर्फ जयमती मंडावी, सन्नु राम कश्यप, मनीष कश्यप, हरि राम कश्यप, और सुलाराम कश्यप शामिल हैं। इनमें अनिल सलाम को सबसे कुख्यात माना जा रहा है, क्योंकि वह पहले भी कई नक्सली घटनाओं- जैसे पुलिस-नक्सली मुठभेड़, आईईडी ब्लास्ट और आगजनी- में शामिल रहा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, अनिल सलाम पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह लंबे समय से पुलिस की निगरानी में था।
बरामद हुआ 5 किलो का IED और नक्सली सामग्री
सुरक्षाबलों ने गिरफ्तारी के दौरान नक्सलियों से 5 किलो वजन का जिंदा प्रेशर IED, फावड़ा, सबल, और अन्य सामग्री बरामद की। यह वही उपकरण हैं जिनका उपयोग नक्सली जंगलों में IED विस्फोट करने और सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए करते हैं। DRG के अधिकारियों का कहना है कि नक्सलियों का उद्देश्य पुलिस की गश्ती टीम पर हमला करना था, लेकिन समय रहते कार्रवाई कर दी गई, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
मामला दर्ज, आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया
थाना बारसूर में इस पूरे मामले में अपराध क्रमांक 13/2025 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। गिरफ्तार नक्सलियों पर BNS की धारा 61(2)(क), 190, 191(2) और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 4 व 5 के तहत मामला दर्ज किया गया है। सभी आरोपियों से पूछताछ के बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहाँ आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।
ये भी पढ़ें: दिवाली से पहले NHM कर्मियों के लिए खुशखबरी: राज्य सरकार ने की 5% वेतन वृद्धि की घोषणा, 1 जुलाई 2023 से होगा लागू
संयुक्त बलों की सतर्कता से बची बड़ी घटना
सुरक्षाबलों की यह त्वरित कार्रवाई एक बड़ी घटना को होने से रोकने में मील का पत्थर साबित हुई है। दंतेवाड़ा जिला लंबे समय से नक्सल गतिविधियों से प्रभावित रहा है, जहाँ नक्सली सुरक्षाबलों पर हमले करने की कोशिशें करते रहते हैं। DRG और CRPF की संयुक्त टीम लगातार इस क्षेत्र में काउंटर-इंसर्जेंसी ऑपरेशन चला रही है, जिससे नक्सलियों का नेटवर्क कमजोर पड़ता जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आगे भी इस तरह के संवेदनशील इलाकों में सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा, ताकि नक्सल गतिविधियों पर पूरी तरह नियंत्रण पाया जा सके।
ऑपरेशन ने बढ़ाया सुरक्षाबलों का मनोबल
इस ऑपरेशन के बाद सुरक्षाबलों का मनोबल काफी बढ़ा है। स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई न केवल एक बड़ी साजिश को विफल करने में सफल रही, बल्कि इससे नक्सलियों को एक स्पष्ट संदेश भी गया है कि उनकी हर गतिविधि पर सुरक्षा बलों की नजर है।
ये भी पढ़ें: बंसल न्यूज की खबर का बड़ा असर: मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के PA पर FIR, कांग्रेस ने उठाए तीखे सवाल, जानें पूरा मामला
/bansal-news/media/agency_attachments/2025/10/15/2025-10-15t102639676z-logo-bansal-640x480-sunil-shukla-2025-10-15-15-56-39.png)
Follow Us
चैनल से जुड़ें