Damoh Fake Doctor News: दमोह जिले के मिशन अस्पताल में 7 मरीजों की संदिग्ध मौत के मामले में गिरफ्तार किए गए फर्जी डॉक्टर एन. जॉन केम उर्फ नरेंद्र यादव की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। शनिवार को कोर्ट ने उनकी पुलिस रिमांड चार दिन के लिए और बढ़ा दी है, जबकि आरोपी की ओर से लगाई गई जमानत याचिका खारिज कर दी गई।
इससे पहले आरोपी डॉक्टर की 5 दिन की रिमांड पूरी होने के बाद दमोह पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया था। कोर्ट की कार्यवाही के दौरान सरकारी अभिभाषक संजय रावत भी मौजूद रहे। वहीं, भोपाल से आए बचाव पक्ष के वकील ने जमानत याचिका दाखिल की, जिसे कोर्ट ने सख्ती से खारिज कर दिया।
चार दिन की अतिरिक्त रिमांड
कोर्ट ने पुलिस को चार दिन की अतिरिक्त रिमांड इस आधार पर दी है कि अभी जांच का दायरा काफी विस्तृत है और कई अहम बिंदुओं पर जांच बाकी है। पुलिस का मानना है कि आरोपी ने फर्जी डिग्री और पहचान के सहारे लोगों की जान से खिलवाड़ किया है और इसके पीछे एक बड़ा फर्जीवाड़ा हो सकता है।
पॉलीग्राफ टेस्ट की तैयारी में पुलिस
दमोह एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी ने इस केस में आगे की जांच को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बताया कि आरोपी डॉक्टर का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने के लिए पीएचक्यू को पत्र भेजा गया है। यदि अनुमति मिलती है, तो कोर्ट से लॉयल्टी टेस्ट की मांग की जाएगी ताकि आरोपी के झूठ और सच की तह तक पहुंचा जा सके।
कोर्ट ने मांगे की खारिज
वहीं बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि डॉक्टर के दस्तावेज असली हैं या फर्जी। उन्होंने दावा किया कि उनके मुवक्किल ने किसी भी आरोपी को स्वीकार नहीं किया है और जांच के बाद ही सच्चाई सामने आ सकेगी। उन्होंने कोर्ट से आग्रह किया कि पुलिस को आगे रिमांड ना दी जाए और आरोपी को जमानत दी जाए, मगर कोर्ट ने दोनों मांगों को खारिज कर दिया।