Dadasaheb Phalke Award: इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है जहां पर हाल ही में दादा साहब फाल्के अवॉर्ड्स की घोषणा हो गई है। जिसमें बीते जमाने की अभिनेत्री आशा पारेख (Aasha Parekh) को दादा साहब फालके अवॉर्ड दिया जाएगा। जिसकी हाल ही में घोषणा केंद्रीय मंत्री ने किया है।
अब तक 95 से ज्यादा फिल्मों में किया काम
आपको बताते चलें कि, पुराने जमाने की बेहतरीन एक्ट्रेस में आशा पारेख का नाम जाना जाता है वहीं पर इसमें 95 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुकी हैं। जैसा कि, जानते है फिल्म इंडस्ट्री में कलाकारों के काम को सम्मानित करने के लिए हर साल दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड्स का आयोजन किया जाता है।
मंत्री ठाकुर ने दी जानकारी
मंत्री ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में अपने संसदीय क्षेत्र हमीरपुर में पत्रकारों को बताया कि आशा भोंसले, हेमा मालिनी, पूनम ढिल्लों, उदित नारायण और टीएस नागभरण की पांच सदस्यीय दादा साहेब फाल्के पुरस्कार समिति ने सम्मान के लिए पारेख का नाम चुना है। मंत्री ने कहा, “उन्होंने बैठक में निर्णय लिया कि इस बार आशा पारेख जी को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह के दौरान यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।”
10 साल की उम्र से शुरू हुआ अभिनय का सफर
पारेख ने लगभग पांच दशक तक चले अपने अभिनय जीवन की शुरुआत 10 साल की आयु में की थी। उन्होंने 1952 में आई फिल्म “आसमान” से एक बाल कलाकार के रूप में अपना करियर शुरू किया था और वह दो साल बाद बिमल रॉय की “बाप बेटी’ से चर्चा में आई थीं। पारेख ने 1959 में आई नासिर हुसैन की फिल्म “दिल देके देखो” में मुख्य किरदार निभाया था, जिसमें उन्होंने शम्मी कपूर के साथ अभिनय किया था। “दिल देके देखो”, “कटी पतंग”, “तीसरी मंजिल” और “कारवां” जैसी फिल्मों के लिए मशहूर पारेख को हिंदी सिनेमा की सबसे प्रभावशाली अभिनेत्रियों में शुमार किया जाता है।
रजनीकांत को मिला था 2021 का अवॉर्ड
पारेख ने 1990 के दशक के अंत में एक निर्देशक व निर्माता के तौर पर टीवी नाटक “कोरा कागज” का निर्देशन किया था, जिसे काफी सराहा गया था।पारेख 1998-2001 तक केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) की पहली महिला अध्यक्ष भी रहीं।साल 2017 में उन्होंने अपनी आत्मकथा “द हिट गर्ल” पेश की, जिसका सह-लेखन फिल्म समीक्षक खालिद मोहम्मद ने किया था। उन्हें 1992 में देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया था। पिछले साल, 2019 के लिए रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।