Dacoit Gudda Gurjar: मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार में डकैता का अंत हो गया है, इसमें कोई दोराय नहीं है। सीएम शिवराज के कार्यकाल में अबतक करीब दो दर्जन से अधिक कुख्यात गैंगस्टर या डाकुओं को मार गिराया या उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। जगजीव सिंह से लेकर रामविशेष जैसे खूंखार डाकूओं का शिवराज सरकार में चम्बल,मुरैना के बीहड़ों में अंत की ओर है। इतना ही नहीं शिव के राज में नक्सलवाद की कमर ही नहीं टूटी बल्कि आतंकी संगठन सिमी के नेटवर्क को भी ध्वस्त भी हुआ।
हाल ही में चंबल के आखिरी कुख्यात डकैत गुड्डा गुर्जर (Dacoit Gudda Gurjar) को गिरफ्तार कर लिया गया है। डकैत गुड्डा गुर्जर 60 हजार इनामी डकैत था। वह बीते 22 सालों से बीहड़ में छुपा रहा लेकिन आखिरकार सीएम शिवराज के द्रण संकल्प के चलते कानून की बेड़ियों में जकड़ा गया। डकैत गुड्डा गुर्जर (Dacoit Gudda Gurjar) को ग्वालियर पुलिस की शॉर्ट एनकाउंटर में गिरफ्तार किया गया है। आखिरकार डकैत गुड्डा गुर्जर (Dacoit Gudda Gurjar) पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया लेकिन वह दो दशकों तक कैसे बचा रहा, उसका जवाब चौंका देने वाला था।
शराब औरत ओर मोबइल….
डकैत गुड्डा गुर्जर (Dacoit Gudda Gurjar) से जब पुलिस ने पूछताछ की तो चौंका देने वाला खुलासा हुआ। डकैत गुड्डा गुर्जर (Dacoit Gudda Gurjar) ने बताया की वह शराब, औरत और मोबाइल से दूर रहा, इसलिए वह बचा रहा। उसने अपने गैंग में लंबे समय तक किसी को नही रखा। क्योंकि वह किसी पर भरोसा नहीं करता था। डकैत गुड्डा गुर्जर (Dacoit Gudda Gurjar) ने बताया की उसने अपने ही गांव में एक हत्या की थी, जिसके बाद वह फरार हो गया और अपराध की दुनिया में कदम रख दिया। इसके बाद उसने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। डकैत गुड्डा गुर्जर (Dacoit Gudda Gurjar) का कहना था कि उसने अन्य डकैतों के जीवन से सबक लिया था। जो गलतियां उन्होंने की वो मैने कभी नहीं दोहराई। सबसे पहले उसने पुलिस के मुख्य हथियार सर्विलांस सिस्टम से बचना सीखा। उसने कभी मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं किया। संपर्क करने के लिए वह अपने पास डायरी में मोबाइल नंबर रखता था। जब भी उसे किसी से बात करनी होती थी तो वह रास्ते में किसी का भी मोबाइल छीनकर बात कर लेता था। डकैत गुड्डा गुर्जर का कहना था कि जिस तरह जिन्न की जान तोते में होती है ठीक वैसे ही हर डकैत की जान उसके मोबाइल फोन में होती है।
कभी गलत शौक नहीं पाला
डकैत गुड्डा गुर्जर (Dacoit Gudda Gurjar) का कहना था की उसने कभी गलत शौक नहीं पाला। क्योंकि एक अपराधी की सबसे बड़ी गलती शराब, औरत और मोबाइल होती है, जिससे वह दूर रहा। वह नशे से दूर रहकर हमेशा अलर्ट पर रहता था। औरतों से हमेशा दूरी बनाए रखता था, इसलिए उसने शादी नहीं की। शराब, औरत और मोबाइल के चलते अन्य डकैत पुलिस का शिकार बने, लेकिन वह इन तीनों चीजों से कोशो दूर रहा, यही वहज रही की पुलिस उसकी कमजोर नस नहीं पकड़ सकी।
भूखे रहने की क्षमता और रिश्तेदार
डकैत गुड्डा गुर्जर (Dacoit Gudda Gurjar) ने बताया कि बीहड़ में उसने कई परिस्थिितयों का सामना किया। चार-चार दिनों तक भूखा भी रहा। क्योंकि वह किसी पर भरोसा नहीं करता था। यहां तक की वह अपने परिवार और रिश्तेदारों पर भी विश्वार नहीं करता था। जब भी कोई उसके लिए खाना लाता तो वह पहले उसे ही खाना खिलाता था, इसके बाद ही वह उसी थाली में खुद खाना खाता था। सुरक्षा के तौर पर वह अपने पास दो लोडेड बंदूके रखता था। डकैत गुड्डा गुर्जर (Dacoit Gudda Gurjar) ने बताया की वह अपनी गैंग में किसी को परमानेंट नहीं रखता था। पुलिस से मुठभेड़ में आखिरी समय तक उसके साथ जोगेन्दर ओर कल्ली थे, लेकिन वह उसे घायल छोड़कर भाग निकले। डकैत गुड्डा गुर्जर (Dacoit Gudda Gurjar) ने पुलिस को बताया की वह रोजाना पचास से साठ किलोमीटर चलने में सक्षम है।