Cyclone Biparjoy: जैसा कि, चक्रवात बिपरजॉय (Cyclone Biparjoy) का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है वहीं पर सुरक्षा के नजरिए से सैना ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। यहां पर खतरनाक तूफान के गुजरात से टकराने का एक दिन बाकी है। यहां पर 15 जून को हाल ऐसा होगा कि, यहां पर 150 किमी/घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चलेगी।
तूफान आने से पहले हुई 9 लोगों की मौत
आपको बताते चले कि, गुजरात और मुंबई के तटीय इलाकों में तेज हवाओं और ऊंची लहरों के चलते जहां पर 9 लोगों ने दम तोड़ दिया है वहीं पर 10 किलोमीटर की सीमा में 7 जिलों से 30 हजार लोगों को निकालकर शेल्टर होम में भेजा है। माना जा रहा है कि, खतरनाक माने जाने वाला तूफान बिपरजॉय पिछले 25 साल में जून महीने में गुजरात के तट से टकराने वाला पहला तूफान होगा।
जाने कहां है तूफान की स्थिति
आपको बताते चलें कि, मौसम विभाग ने तूफान को लेकर जहां पर अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं पर बुधवार सुबह 8:30 बजे के अपडेट के अनुसार तूफान 8 किमी/घंटे की रफ्तार से नॉर्थ-वेस्ट में आगे बढ़ रहा है। तूफान बुधवार सुबह द्वारका से 290 किमी और जखौ पोर्ट से 280 किमी दूर था। यह गुरुवार की शाम तक गुजरात के तट पर जखौ पोर्ट से टकराएगा।
#WATCH महाराष्ट्र: मुंबई में चक्रवात ‘बिपरजोय’ का प्रभाव देखने को मिल रहा है। वीडियो गेट वे ऑफ इंडिया से है। pic.twitter.com/a0HkmhzMZ7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 14, 2023
ग्रामीणों तक पहुंचाया गया जरूरी सामान
आपको बताते चले कि, गुजरात के अमरेली के सियालबेट के ग्रामीणों तक जरूरी सामान नावों से पहुंचाया जा रहा है। तूफानी चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के कारण समुद्र में ऊंची लहरें देखने को मिली।
#WATCH गुजरात: द्वारका में चक्रवात ‘बिपरजोय’ का प्रभाव देखने को मिल रहा है। pic.twitter.com/BNjE7vxL6F
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 14, 2023
बेहद भारी बारिश होने की चेतावनी
आईएमडी के मुताबिक, चक्रवात ‘बिपारजॉय’ से व्यापक क्षति होने की आशंका है और गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिले इससे सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि लोगों को निकालने का काम बुधवार को भी जारी रहेगा। आईएमडी के अनुसार, चक्रवात के 15 जून की शाम को 125-135 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार के साथ जखाऊ बंदरगाह के पास कच्छ में मांडवी और पाकिस्तान के कराची के बीच टकराने की संभावना है। सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के तटीय हिस्सों, खासकर कच्छ, पोरबंदर और देवभूमि द्वारका जिलों में तेज हवाओं के साथ बेहद भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
कैसा रहेगा मौसम
मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, चक्रवात के दस्तक देने और कमजोर होने के बाद, इसके उत्तर-पूर्व और दक्षिण राजस्थान की ओर बढ़ने की आशंका है। इस वजह से 15-17 जून तक उत्तर गुजरात में भारी से बहुत भारी बारिश होगी। समुद्र के अशांत होने और आने वाले चक्रवात के कारण क्षेत्र में अत्यधिक भारी वर्षा के मद्देनजर मछली पकड़ने संबंधी गतिविधियों को 16 जून तक निलंबित कर दिया गया है और बंदरगाह बंद कर दिए गए हैं।
देवभूमि द्वारका, राजकोट, जामनगर, जूनागढ़, पोरबंदर, गिर सोमनाथ, मोरबी और वलसाड जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के 17 और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के 12 दल पूरी तरह से तैयार हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात सरकार के प्रतिनिधियों से मंगलवार को ऑनलाइन बातचीत की थी और उनसे चक्रवात ‘बिपारजॉय’ की तैयारियों के तहत संवेदनशील इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में ले जाने की व्यवस्था करने तथा बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य व पेयजल जैसी सभी आवश्यक सेवाएं सुनिश्चित करने को कहा था।