हाइलाइट्स
-
14 दिनों में एक हजार साइबर हमले
-
QR कोड के जरिए भी कर रहे टार्गेट
-
मेल में नहीं मिलता कोई वाॅयस नोट
Cyber Fraud: इंटरनेट के माध्यम से अब स्कैमर्स अलग-अलग तरीके इजात कर रहे हैं। अब स्कैमर्स के द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले नए तरीके की जानकारी मिली है।
जिसमें ये लोगों को निशाना बनाने के लिए फेक वॉयसमेल का उपयोग कर रहे हैं। इस मेल पर क्लिक करते ही आप ठगी का शिकार हो जाते हैं।
इसको लेकर कई शिकायतें भी मिल रही हैं।
स्कैमर्स (Cyber Fraud) किस तरह से लोगों को फंसाते हैं, इसके लिए वे किस तरह की चाल चल रहे हैं, इन सब तरीकों के बारे में आइए जानते हैं-
QR कोड से भी टार्गेट
बता दें कि स्कैमर्स (Cyber Fraud) लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए कई तरह की चाल चल रहे हैं। इस तरह के एक नए स्कैम का खुलासा हुआ है,
जिसमें ठग (Cyber Fraud) लोगों को वॉयसमेल के जरिए निशाना बना रहे हैं। इतना ही नहीं QR कोड के जरिए भी लोगों को टार्गेट किया जा रहा है।
रिपोर्ट्स के अनुसार 14 दिनों में इस तरह के करीब एक हजार हमले स्कैमर्स ने किए हैं।
वॉयस नोट से टार्गेट
जानकारी मिली है कि हैकर्स (Cyber Fraud) लोगों को टार्गेट करने के लिए वॉयस नोट वाला ई मेल कर रहे हैं।
इस मेल में कोई वॉयस नोट नहीं मिलता, बल्कि एक मैलिसियस लिंक है, जिसे वॉयस नोट में एम्बेड किया गया है।
आप ये रखें सावधानी
स्कैमर्स (Cyber Fraud) रोज नया-नया तरीका इजात करते हैं। इन्हीं तरीकों में एक यह भी है। बता दें कि जब तक आप किसी अनजान मेल पर क्लिक नहीं करेंगे कोई नुकसान नहीं होगा।
अगर आप ऐसे मेल्स पर क्लिक करते हैं तो ये आपको नए ब्रांड के नाम से मेल भेजते हैं और लगातार आपको उनके जाल में फंसाने की कोशिश करते हैं।
अगर यूजर्स इसमें नहीं फंसते हैं, तो स्कैमर्स (Cyber Fraud) फिशिंग का नया तरीका खोजते हैं।
बता दें कि इस तरह के किसी भी स्कैम से बचने के लिए किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक नहीं करें। जीरो-क्लिक वल्नेरेबिलिटी खोजना बहुत मुश्किल काम है।
लोगों को फंसाने के लिए स्कैमर्स ऐसे तरीकों का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें यूजर्स फंसकर लिंक पर क्लिक कर देता और ठगी का शिकार हो जाता है।